कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार ने चक्रवात अम्फान की वजह से जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को ढाई-ढाई लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को यह घोषणा की। ममता बनर्जी ने बताया कि पश्चिम बंगाल में चक्रवात अम्फान के कारण 72 लोगों की जान गई है, जिसमें से 15 लोग अकेले कोलकाता में मारे गए हैं। ममता बनर्जी ने कहा कि मैंने इससे पहले इतनी बड़ी तबाही कभी नहीं देखी। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह करूंगी कि वह राज्य का दौरा करें और स्थिति को स्वयं देखें।
ममता बनर्जी ने कहा कि हमारी स्थिति ऐसी है कि हम किसी भी जिलाधिकारी से संपर्क नहीं कर सकते हैं क्योंकि यहां कोई नेटवर्क नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य की स्थिति बिल्कुल भी अच्छी नहीं है, हम एक साथ दो-दो महामारियों का सामना कर रहे हैं।
न यहां बिजली है, न पानी है और न ही इंटरनेट है। यह बहुत ही गंभीर स्थिति है। बनर्जी ने कहा कि राज्य सचिवालय की इमारत भी कल हिल रही थी, खिड़कियां टूट गईं और मैं अपने कमरे में भी नहीं जा पाई। मुझे लग रहा था कि इमारत अब गिर जाएगी। उन्होंने कहा कि मैंने केंद्रीय गृह मंत्री से कहा है कि मैंने इस तरह का तूफान इससे पहले कभी नहीं देखा। हमें मदद की आवश्यकता है। कोवडि-19 के लिए भी हमें पैसा नहीं दिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम प्रवासी मजदूरों को राज्य में वापस ला रहे हैं और क्वॉरन्टीन के लिए व्यवस्था कर रहे हैं। इसके लिए हम बहुत पैसा खर्च कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अधिकांश राज्यों ने 5 से 10 प्रतिशत तक टैक्स बढ़ाया है, लेकिन हमने ऐसा नहीं किया। हालांकि हम जल्द ही पेट्रोल-डीजल व अन्य चीजों पर टैक्स बढ़ाने की घोषणा करेंगे।
यूनिसेफ की चेतावनी अम्फान से 1.9 करोड़ बच्चे खतरे में
यूनिसेफ ने चेतावनी दी है कि भारत और बांग्लादेश में चक्रवात अम्फान की वजह से अचानक बाढ़ आने और भारी बारिश होने के कारण कम से कम 1.9 करोड़ बच्चे खतरे का सामना कर रहे हैं। चक्रवात के बुधवार को पश्चिम बंगाल में दीघा और बांग्लादेश में हटिया द्वीप के बीच तट पर पहुंचने से तटीय क्षेत्रों में भारी तबाही हुई है। चक्रवात की वजह से बड़ी संख्या में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए, वहीं कच्चे मकानों को भी खासा नुकसान पहुंचा है।
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने कहा कि चक्रवात अम्फान आने से भारत और बांग्लादेश में कम से कम 1.9 करोड़ बच्चे खतरे का सामना कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने बुधवार को एक बयान में कहा कि पश्चिम बंगाल में 1.6 करोड़ बच्चों सहित पांच करोड़ से अधिक लोग रहते हैं और चक्रवात से उनके सीधे तौर पर प्रभावित होने की आशंका है। यूनिसेफ ने कहा कि वह इस बात को लेकर भी चिंतित है कोविड-19 के कारण चक्रवात अम्फान का लोगों पर अधिक प्रभाव पड़ सकता है। जिन लोगों को अस्थायी शिविरों में भेजा गया है, वहां भी कोविड-19 और अन्य संक्रमण फैलने का खतरा अधिक है।
अम्फान से बांग्लादेश में 10 लोगों की मौत
प्रचंड चक्रवाती तूफान अम्फान से बांग्लादेश में कम से कम 10 लोगों की मौत होने के साथ ही तटीय गांवों में भारी तबाही हुई है। तूफान से अनेक इलाके जलमग्न और सैकड़ों मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। करीब दो दशकों में क्षेत्र में अब तक के सबसे भीषण चक्रवाती तूफान बुधवार शाम बांग्लादेश पहुंचा। यह चक्रवात सिद्र के बाद सर्वाधिक प्रचंड तूफान है। 2007 में सिद्र चक्रवात से करीब 3,500 लोगों की मौत हुई थी।