Highlights
- CBI कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन करेगी TMC
- 8 लोगों का प्रतिनिधिमंडल करेगा राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात
- “नंदीग्राम सीट पर अपनी हार स्वीकार नहीं कर पाई हैं” टीएमसी सुप्रीमो: शुभेंदु
West Bengal: शारदा पोंजी घोटाले में कथित संलिप्त बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी की गिरफ्तारी और केंद्रीय एजेंसियों द्वारा उनसे पूछताछ की मांग तेज हो गई है। TMC ने शनिवार को कहा कि उसकी युवा शाखा यहां CBI कार्यालय के सामने और पुर्व मेदिनीपुर जिले के कुछ स्थान पर विरोध प्रदर्शन करेगी। पार्टी ने एक बयान में कहा कि राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु के नेतृत्व में आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात करेगा। प्रतिनिधिमंडल “भ्रष्ट गतिविधियों में संलिप्तता के लिए” भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेगा।
बाबुल सुप्रियो, सायोनी घोष करेंगे आंदोलन का नेतृत्व
टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने एक बयान में कहा, “हमारी युवा और छात्र शाखाएं सीजीओ कॉम्प्लेक्स साल्ट लेक, सीबीआई कार्यालय, और पुर्व मेदिनीपुर जिले के हल्दिया और कांथी में विरोध प्रदर्शन करेंगी। इसमें शुभेंदु अधिकारी को शारदा चिटफंड घोटाले और कई अन्य भ्रष्ट गतिविधियों में शामिल होने के संबंध में सलाखों के पीछे डालने की मांग की जाएगी।” पूर्व मेदिनीपुर जिले से आने वाले शुभेंदु विधानसभा में नंदीग्राम सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। नए टीएमसी विधायक बाबुल सुप्रियो, प्रदेश युवा विंग के अध्यक्ष सायोनी घोष, टीएमसीपी अध्यक्ष त्रिनंकुर भट्टाचार्य सीजीओ परिसर में आंदोलन का नेतृत्व करेंगे। हल्दिया में टीएमसी नेता मानस भूनिया और राजीव बनर्जी विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे।
"शुभेंदु अधिकारी शारदा घोटाले के सबसे बड़े लाभार्थियों में शुमार "
टीएमसी के प्रदेश महासचिव घोष ने शुक्रवार को एक प्रेसवार्ता के दौरान एक पत्र दिखाया। इस पत्र को कथित तौर पर इस मामले में मुख्य आरोपी सुदीप्तो सेन ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को लिखा था। घोष ने दावा किया कि पत्र में सारदा समूह से वित्तीय लाभ लेने वाले लोगों में शुभेंदु अधिकारी का नाम भी शामिल है। घोष ने कहा, ‘‘यह पत्र इस महीने की शुरुआत में अदालत को भेजा गया था और हमें इसकी प्रति हाल ही में मिली। इसमें साफ उल्लेख है कि शुभेंदु अधिकारी शारदा घोटाले के सबसे बड़े लाभार्थियों में शुमार रहे हैं। CBI को इस पत्र का संज्ञान लेना चाहिए। हमें इस बात पर आश्चर्य है कि वे इसका संज्ञान क्यों नहीं ले रहे?’’ घोष खुद भी इस मामले में आरोपी हैं। बाद में, अधिकारियों से बात करते हुए शुभेंदु ने कहा कि टीएमसी सुप्रीमो 2021 के विधानसभा चुनावों के दौरान “नंदीग्राम सीट पर अपनी हार स्वीकार नहीं कर पाई हैं”। इसलिए “इन सभी बचकानी चालों को अंजाम दे रही हैं। मैं अपने खिलाफ टीएमसी के खेल को कोई महत्व नहीं दे रहा हूं।”