Highlights
- बंगाल के ताज में कई रत्न जोड़े गए हैं: ममता
- "पुलिस की 40 सदस्य महिला टीम सड़कों पर गश्त करेगी"
- "यूनेस्को ने दुर्गा पूजा को 'अमूर्त सांस्कृतिक विरासत' का सम्मान दिया"
West Bengal: बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार ने विरोधियों की तीखी आलोचनाओं के बावजूद दुर्गा पूजा के लिए यूनेस्को का सम्मान समेत कई उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ऐसी और उपलब्धियों हासिल करने के लिए काम करना जारी रखेगी। अलीपोर बॉडीगार्ड लाइंस से बंगाल के विभिन्न हिस्सों में 300 दुर्गा पूजा पंडालों का डिजिटल माध्यम से उद्घाटन करते हुए बनर्जी ने यह भी कहा कि आलोचकों को हर चीज़ में कमी दिखेगी, लेकिन यह उनकी सरकार द्वारा की जा रही प्रगति के रास्ते में आड़े नहीं आना चाहिए।
कोलकाता सबसे सुरक्षित शहर
बनर्जी ने कहा, “मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि बंगाल के ताज में कई रत्न जोड़े गए हैं। यूनेस्को ने दुर्गा पूजा को 'अमूर्त सांस्कृतिक विरासत' का सम्मान दिया है, एक वैश्विक मंच ने बंगाल को सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थल घोषित किया है। एनसीआरबी ने कोलकाता को सबसे सुरक्षित शहर बताया है।” मुख्यमंत्री ने कहा, “कुछ विरोधी, आलोचक, हर चीज़ में कमी ढूंढेगे। यह मायने नहीं रखता है। हमें अपना काम जारी रखना है।” इस मौके पर बनर्जी ने 24 घंटे और 365 दिन ‘समाज की सेवा’ करने के लिए पुलिस की सराहना की।
सड़कों पर होगी पुलिस की गश्त
‘सुरुची संघ’ पूजा पंडाल का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कोलकाता पुलिस के कर्मी स्वयंसेवकों के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करेंगे कि सड़कों पर कोई अप्रिय घटना नहीं घटे, खासकर रात के वक्त। इस पूजा पंडाल के संरक्षक कैबिनेट मंत्री अरूप बिस्वास हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, “कोलकाता पुलिस की 40 सदस्य महिला टीम सड़कों पर गश्त करेगी।” बनर्जी ने उद्घाटन करने के क्रम में ‘ढाक’ भी बजाई और इसे अपने कंधे पर उठाया।