कोलकाता: केंद्र सरकार और पश्चिम बंगाल की सरकार के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर सभी टैक्स खुद लेने के आरोप लगाए हैं। वहीं ममता बनर्जी लगातार केंद्र सरकार पर आरोप लगा रहा हैं कि केंद्र सरकार जानबूझकर पश्चिम बंगाल में योजनाओं के लिए मिलने वाली राशि पर रोक लगा रही है। ममता बनर्जी ने बकाया की राशि को लेकर दिल्ली जाने का फैसला किया है। रविवार को अलीपुरद्वार में एक सबा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि उन्होंने बकाया राशि को लेकर पीएम मोदी से मिलने का समय मांगा है। वह दिल्ली जा रही हैं और वहां वह बंगाल के बकाये का मुद्दा पीएम के सामने रखेंगी।
पीएम से मांगा समय
रविवार को एक सभा में ममता बनर्जी ने कहा कि "केंद्र सरकार हमारे मनरेगा का बकाया नहीं दे रही है। आज जीएसटी केवल एक ही टैक्स है। केंद्र सरकार सारा टैक्स लेती है और हमारा हिस्सा नहीं दे रही है, जो वे यहां से ले रहे हैं। मैं दिल्ली जा रही हूं और पीएम मोदी से समय मांगा है। उन्होंने कहा कि हमारे पैसे नहीं दोगे तो कुर्सी छोड़ दो। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की वजह से पश्चिम बंगाल के तमाम लोग सामाजिक कल्याण योजनाओं से वंचित रह गए हैं। अगर केंद्र सरकार समय से पैसा दे देती तो हमारे यहां लोगों को सामाजिक योजनाओं से जोड़ा जा सकता, लेकिन केंद्र सरकार जानबूझकर इसमें लापरवाही कर रही है और इसलिए ऐसा नहीं हो पा रहा है।
हमारा बकाया नहीं दे रही केंद्र सरकार
सीएम ममता बनर्जी ने कहा है कि हम और हमारी सरकार हर मोर्चे पर श्रमिकों और मजदूरों के साथ खड़ी है, लेकिन केंद्र की सरकार हमें हमारा बकाया नहीं दे रही है। इससे यहां काम करने वाले मजदूरों को पैसा तक नहीं मिल पा रहा है। केंद्र सरकार प्रदेश में चल रही योजनाओं के पैसे रोक दे रही है। वहीं केंद्र सरकार लगातार ममता बनर्जी के आरोपों का खंडन कर रही है। केंद्र का कहना है कि पश्चिम बंगाल में केंद्र की योजनाओं के नाम पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। फिलहाल ममता बनर्जी ने पीएम मोदी से मुलाकात के लिए समय मांगा है। ऐसे में अब पीएम मोदी से ममता बनर्जी की मुलाकात के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
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