पश्चिम बंगाल इन दिनों राजनीति का केंद्र बना हुआ है। लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा लगातार राज्य की ममता बनर्जी सरकार और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साध रही है। संदेशखाली के मामले को लेकर भाजपा ने ममता सरकार का पुरजोर विरोध किया। मामला जब कलकत्ता हाईकोर्ट पहुंचा तो कोर्ट ने भी ममता बनर्जी की सरकार को फंटकार लगाई। ऐसे में गुरुवार को आरोपी और टीएमसी नेता शाहजहां शेख को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। ऐसे में भाजपा नेताओं ने लगातार ममता बनर्जी सरकार पर हमला किया और कहा कि शाहजहां शेख ममता बनर्जी की पुलिस की सेफ कस्टडी में है।
ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
इस बीच अब ममता बनर्जी ने भी लोकसभा चुनाव को देखते हुए केंद्र सरकार पर हमला करना शुरू कर दिया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक रैली में कहा कि हमने मुफ्त में चावल बांटा। अगर वे (भाजपा) फिर से जीतते हैं, तो गैस की कीमतें 1500-2000 रुपये तक बढ़ सकती हैं। इसके बाद आपको फिर से खाना पकाने के लिए गोबर और लकड़ी ही इकट्ठा करनी होगी। यह दिल्ली का परिदृश्य है। उन्हें पश्चिम बंगाल और आदिवासी लोगों से प्यार नहीं है। बता दें कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इंडी गठबंधन में सीट बंटवारे की कवायद तेज हो गई है।
कांग्रेस और टीएमसी का सीट बंटवारा
जानकारी के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे को लेकर फॉर्मूला लगभग तय हो गया है। पहले ममता बनर्जी जहां कांग्रेस को केवल दो ही सीटें दे रही थीं। वहीं अब कहा जा रहा है कि 5 सीटों पर बात तयहो गई है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस अब बंगाल की 42 सीटों में से 5 चुनाव लड़ेगी। समझौते के मुताबिक, कांग्रेस प्रदेश की दार्जिलिंग, रायगंज, दक्षिण माल्दा, बहरामपुर और पुरुलिया सीट से चुनाव लडे़गी। साथ ही असम और मेघालय में भी टीएमसी और कांग्रेस के बीच समझौता हुआ है। कांग्रेस टीएमसी को मेघालय में तूरा लोकसभा सीट देने को तैयार है। वहीं असम में कांग्रेस टीएमसी के लिए एक सीट छोड़ने को तैयार है।