Highlights
- पश्चिम बंगाल के बीरभूम हिंसा केस की जांच करने CBI टीम गांव पहुंची
- पश्चिम बंगाल के बीरभूम में टीएमसी नेता की हत्या के बाद सोमवार देर रात हिंसा भड़क गई
- हमें युद्धस्तर पर जांच करनी है क्योंकि हमें तय समय में काम पूरा करना है- CBI अधिकारी
रामपुरहाट (प बंगाल): केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की 30 सदस्यीय टीम पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट पहुंच गई है और इस सप्ताह की शुरुआत में हुई हिंसा की जांच शुरू कर दी है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। गत 21 मार्च को कुछ अज्ञात लोगों ने रामपुरहाट के पास बोगतुई गांव में दस घरों में आग लगा दी थी, जिसमें महिलाओं और बच्चों समेत कम से कम आठ लोगों की जान चली गई थी।
सीबीआई सोर्सेस के मुताबिक, बंगाल के बीरभूम की घटना में सीबीआई ने केस हैंडओवर कर लिया है और सीबीआई की टीम को डिस्पैच कर दिया है। सीबीआई के कई अफसरों और सीएफएसएल की टीम मौके पर मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है। बंगाल के बीरभूम घटना मामले में सीबीआई ने केस अपने हाथ मे ले लिया है। सीबीआई और सीएफएसएल की टीम ने आज दोपहर ही मौके पर जाकर सबूत जुटाने शुरू कर दिए।
अधिकारी के मुताबिक, शुक्रवार रात रामपुरहाट पहुंचने वाली सीबीआई टीम ने शनिवार सुबह डीआईजी रैंक के एक अधिकारी के नेतृत्व में हिंसा की जांच शुरू कर दी। उन्होंने बताया, “हमने आज जांच शुरू कर दी है। हमें युद्धस्तर पर जांच करनी होगी, क्योंकि हमें एक तय समयसीमा में इसे पूरी करनी है।” अधिकारी के अनुसार, खुद को तीन समूहों में बांटते हुए डीआईजी अखिलेश सिंह की अध्यक्षता में सीबीआई की एक टीम ने गांव के पूरबपाड़ा इलाके का दौरा किया, जहां सोमवार शाम तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता भादू शेख की हत्या के बाद मंगलवार तड़के हिंसा हुई थी। उन्होंने बताया कि सीबीआई टीम बोगतुई में पांच घंटे रही, जहां वह सबसे पहले सोनू शेख के घर गई, जहां से बुरी तरह से झुलस चुके सात लोगों के शव बरामद हुए थे।
अधिकारी के मुताबिक, सीबीआई टीम ने सोनू शेख के घर और वहां मृत मिले लोगों के अवशेषों की जांच की, जिसके बाद वह पड़ोस में फटीक शेख व मिहिलाल शेख सहित अन्य के घर गई। उन्होंने बताया कि केंद्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएसएफएल) के कर्मचारियों के साथ वीडियोग्राफी करने के अलावा सीबीआई टीम ने इलाके की 3-डी स्कैनिंग की और घटनास्थल से नमूने इकट्ठे किए। एक अन्य अधिकारी ने कहा, “इस बात की भी जांच की गई कि क्या आग घरों में बाहर से लोगों द्वारा लगाई गई थी या फिर घटना के पीछे कोई और कारण था।” उन्होंने बताया कि घटना के चश्मदीदों से भी पूछताछ करने की योजना है और इलाके के सभी बाशिंदों की विस्तृत सूची तैयार की जा रही है।
अधिकारी ने कहा, “चश्मदीदों और अन्य ग्रामीणों से बात करना जरूरी है। हम स्थानीय लोगों की सूची तैयार कर रहे हैं।” उन्होंने बताया कि सीबीआई टीम जांच के लिए बीरभूम में ही रहेगी। अधिकारी के अनुसार, सीबीआई की एक अन्य टीम रामपुरहाट पुलिस थाने गई और जांच के सिलसिले में केस डायरी व अन्य संबंधित दस्तावेजों का अध्ययन किया। उन्होंने बताया कि सीबीआई अधिकारियों ने शनिवार को आईजी (बर्धमान रेंज) बीएल मीणा और बीरभूम जिले के पुलिस अधीक्षक नागेंद्र त्रिपाठी के साथ भी बैठक की। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को बीरभूम हिंसा की तहकीकात सीबीआई को सौंप दी थी और जांच में हुई प्रगति की रिपोर्ट जमा करने के लिए सात अप्रैल की समयसीमा तय की थी।