Tuesday, November 05, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पश्चिम बंगाल
  3. हाय रे सिस्टम! मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज में 24 घंटे में 9 नवजात शिशुओं की मौत, परिजनों ने अस्पताल पर लगाया लापरवाही का आरोप

हाय रे सिस्टम! मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज में 24 घंटे में 9 नवजात शिशुओं की मौत, परिजनों ने अस्पताल पर लगाया लापरवाही का आरोप

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पिछले 24 घंटों में नौ नवजात शिशुओं की मौत हुई है। इस घटना से पूरे राज्य में हडकंप मच गया है। मामले को लेकर परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।

Edited By: Pankaj Yadav @ThePankajY
Updated on: December 08, 2023 14:05 IST
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में नौ नवजात शिशुओं की मौत हो गई।- India TV Hindi
Image Source : INDIA TV पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में नौ नवजात शिशुओं की मौत हो गई।

पश्चिम बंगाल से एक बड़ी खबर आ रही है। यहां मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पिछले 24 घंटों में नौ नवजात शिशुओं की मौत हो गई। इस दिल दहला देने वाले घटना के बाद पूरे बंगाल में हडकंप मच गया। मामले को लेकर मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों ने एक जांच समिति गठित कर दी है। एक साथ इतनी बड़ी संख्या में बच्चों की मौत बंगाल के स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है। बच्चों के परिजनों ने अस्पताल पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है।

क्षमता से ज्यादा बच्चे होते हैं भर्ती

एसएनसीयू वार्ड में हुई इस घटना पर मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों का दावा है कि एसएनसीयू वार्ड की क्षमता 54 बच्चों की है, लेकिन करीब 100 नवजात शिशुओं को भर्ती किया जाता है। इससे संक्रमण फैलने की आशंका बनी रहती है। ज्यादातर बच्चे बेहद खराब हालत में रेफर किए गए थे इसलिए उनकी मौत हो गई। इसके अलावा अधिकारियों का कहना है कि मरने वाले ज्यादातर बच्चों का वजन कम था।

मेडिकल कॉलेज पर बढ़ जाता है दबाव

सूत्रों के मुताबिक, जिले का जंगीपुर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बच्चों का अस्पताल है। इस अस्पताल में नवजात शिशुओं को इलाज के लिए भर्ती किया जाता है। जंगीपुर अस्पताल के साथ दूसरे अस्पतालों में भी बच्चों का इलाज होता है। जब इन अस्पतालों में कोई मामला हाथ से निकल जाता है तो उन नवजात शिशुओं को मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रेफर कर दिया जाता है। इसी का नतीजा है कि अस्पातल पर मरीज भर्ती का दबाव बढ़ गया और इतनी बड़ी संख्या में बच्चों की मौत हो गई।

(पश्चिम बंगाल से सुजीत दास की रिपोर्ट)

ये भी पढ़ें:

Cash for Query: महुआ मोइत्रा की आज बढ़ सकती हैं मुश्किलें, लोकसभा में एथिक्स कमेटी पेश करेगी रिपोर्ट

'जिस पापी को गुण नहीं, गोत्र प्यारा है..', दिनकर की कविता पढ़कर TMC सांसद ने गिरिराज सिंह पर बोला हमला

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News in Hindi के लिए क्लिक करें पश्चिम बंगाल सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement