![Violence after elections in west Bengal BJP fact finding team targets TMC- India TV Hindi](https://resize.indiatv.in/resize/newbucket/1200_675/2024/06/mixcollage-28-jun-2024-11-11-pm-119-1719596522.webp)
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक तथ्यान्वेषी दल (Fact-finding team) ने दावा किया है कि तृणमूल कांग्रेस सरकार के तहत पश्चिम बंगाल में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव से गंभीर समझौता किया गया। इसके साथ ही उसने यह आरोप भी लगाया कि लोकसभा चुनाव के दौरान राज्य के पुलिस बल को व्यावहारिक रूप से तृणमूल का सहायक बना दिया गया था। भाजपा के चार सांसदों - त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब, पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, बृजलाल और कविता पाटीदार ने राज्य में चुनाव-बाद कथित हिंसा से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने और पीड़ित लोगों से बात करने के बाद शुक्रवार को पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा को अपनी रिपोर्ट सौंपी।
"टीएमसी के गुंडों ने दी सरेआम धमकी"
पार्टी ने राज्य में चुनाव के बाद हुई कथित हिंसा की जांच के लिए यह दल गठित किया था। तृणमूल कांग्रेस ने इसे लोकसभा चुनाव में राज्य में अपने खराब प्रदर्शन से ध्यान भटकाने के लिए भाजपा का 'सुनियोजित नाटक' करार दिया था। भाजपा की समिति ने दावा किया कि राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी का विरोध करने वालों को तृणमूल कांग्रेस के 'गुंडों' के द्वारा खुलेआम धमकी देना, हिंसा और हमला करना 'बहुत शर्मनाक मानदंड' बन गया है। रिपोर्ट में यह आरोप भी लगाया गया है कि वास्तव में बहुत स्तब्ध करने वाली बात यह है कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समेत महिलाओं पर क्रूरतापूर्ण हमले किए जा रहे हैं और अपराधियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए भाजपा दल ने कहा कि राज्य की प्रभारी महिला के साथ ऐसी घटनाएं हो रही हैं।
ममता बनर्जी पर भाजपा का आरोप
बनर्जी पर निशाना साधते हुए रिपोर्ट में यह आरोप भी लगाया गया कि उनके लिए महिलाओं की गरिमा नहीं बल्कि चुनाव में जीत महत्वपूर्ण है। भाजपा के दल ने आरोप लगाया कि राज्य में हर चुनाव में विरोधियों के खिलाफ सत्ता का दुरुपयोग आम बात हो गई है और इस क्रम में पुलिस और प्रशासन तृणमूल कांग्रेस का सहयोग करते हैं। पार्टी की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है, ''बंगाल का एक बड़ा हिस्सा अवैध प्रवासियों और रोहिंग्या लोगों से भरा हुआ है जिन्हें तृणमूल कांग्रेस की मिलीभगत की रणनीति के तहत पनाह मिल रही है।" तृणमूल कांग्रेस ने हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में राज्य की 42 सीटों में से 29 पर जीत दर्ज की जबकि भाजपा को 12 सीटें मिली हैं।
(इनपुट- भाजपा)