कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय बजट को दिशाहीन बताया है। उन्होंने कहा कि इस बजट में कोई विज़न नहीं है, सिर्फ राजनीतिक मिशन है। मुझे इसमें कोई रोशनी नहीं दिख रही, सिर्फ अंधेरा है। यह जनविरोधी, गरीब विरोधी बजट है। यह बजट जनसाधारण के लिए नहीं है। यह एक पार्टी को खुश करने के अनुरूप तैयार किया गया है, यह राजनीतिक पक्षपातपूर्ण बजट है।
ममता ने केंद्र से पूछा ये सवाल
मुख्यमंत्री ने आश्चर्य प्रकट करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल ने ऐसी कौन सी गलती है कि उसे केंद्र ने उसे लाभ से ‘वंचित’ कर दिया है। उन्होंने विधानसभा परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘ इस केंद्रीय बजट में बंगाल को पूरी तरह से वंचित किया गया है। इसमें गरीबों के हितों का खयाल नहीं रखा गया है।
बीजेपी पर लगाया झूठे वादे करने का आरोप
उन्होंने चुनावों के दौरान झूठे वादे करने और उन्हें पूरा नहीं करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आलोचना करते हुए कहा, वे चुनावों के दौरान बड़े-बड़े दावे और वादे करते हैं। लेकिन वोट मिलने के बाद वे दार्जिलिंग, कलिम्पोंग को भूल जाते हैं। सिक्किम को चीजें मिलने दीजिए, हमें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन दार्जिलिंग को वंचित रखना सही नहीं है।
टीएमसी ने राज्यसभा से वॉक आउट किया
वहीं, टीएमसी के नेताओं ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा लोकसभा में पेश किए गए केंद्रीय बजट में पश्चिम बंगाल के लिए कुछ भी नहीं है और यह बजट भारत के लिए नहीं बल्कि सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के लिए है। ममता बनर्जी की अगुवाई वाली पार्टी के सांसदों ने बजट का विरोध करते हुए राज्यसभा से वॉक आउट किया।
अभिषेक बनर्जी ने कही ये बात
तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल को धन से वंचित रखा गया है। अभिषेक बनर्जी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘आपने देखा है कि कैसे बंगाल को इस भाजपा सरकार द्वारा लगातार वंचित रखा गया है। क्या बंगाल से 12 भाजपा सांसदों के चुने जाने का कोई सकारात्मक परिणाम हुआ? नहीं। कुल नतीजा सिफर है, क्योंकि बंगाल को लगातार प्रताड़ित और वंचित किया जा रहा है।