पश्चिम बंगाल में बीते कई दिनों से दो विधायकों की शपथ के लिए सत्ता पक्ष और राज्यपाल के बीच बना गतिरोध समाप्त हो गया है। अधिकारियों ने बताया है कि तृणमूल कांग्रेस के दो विधायक शुक्रवार दोपहर को विधानसभा में शपथ लेंगे। आपको बता दें कि दोनों पक्ष में शपथ ग्रहण समारोह स्थल को लेकर कई दिनों से विवाद चल रहा था। हालांकि, राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने गुरुवार की रात विधानसभा उपाध्यक्ष आशीष बनर्जी को दोनों विधायकों को शपथ दिलाने के लिए अधिकृत कर दिया है।
क्या है पूरा मामला?
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने विधानसभा उपाध्यक्ष आशीष बनर्जी को रयात हुसैन सरकार और सायंतिका बनर्जी को विधानसभा में विधायक के रूप में शपथ दिलाने के लिए अधिकृत कर दिया है। शुक्रवार को दोपहर दो बजे विशेष सत्र की शुरुआत में दोनों विधायक शपथ लेंगे। रयात हुसैन सरकार मुर्शिदाबाद जिले के भागबंगोला से सायंतिका बनर्जी उत्तर 24 परगना जिले की बारानगर सीट से उपचुनाव जीते हैं।
क्यों हो रहा था विवाद?
दरअसल, टीएमसी के दोनों विधायकों को राज्यपाल ने बीते महीने राजभवन में शपथ लेने के लिए बुलाया था। हालांकि, दोनों विधायकों ने इनकार करते हुए कहा था कि उपचुनाव जीतने वालों के मामले में राज्यपाल विधानसभा अध्यक्ष या उपाध्यक्ष को शपथ दिलाने की जिम्मेदारी देते हैं। शपथ ग्रहण कार्यक्रम विधानसभा में आयोजित करने की मांग को लेकर दोनों विधायकों ने धरना भी दिया था।
क्यों बुलाया गया विशेष सत्र?
पश्चिम बंगाल विधानसभा के अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाते हुए कहा है कि सदन का कामकाज पूरी तरह राज्यपाल पर निर्भर नहीं है। आपको बता दें कि इससे पहले उन्होंने शपथ ग्रहण स्थल को लेकर जारी गतिरोध को हल करने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से हस्तक्षेप की मांग भी की थी। पश्चिम बंगाल में परंपरा रही है कि विधानसभा सत्र से पहले राज्यपाल उद्घाटन भाषण देते हैं। हालांकि, ममता सरकार ने तय समय से दो दिन पहले ही विधानसभा सत्र शुरू करने का फैसला किया है। (इनपुट: भाषा)
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