कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी देश के हर इलाके में अपनी मौजूदगी दर्ज कराना चाहती है और एक महीने में इसके लिए योजना तैयार कर ली जाएगी। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक ने संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी हर उस राज्य में बीजेपी से सीधे मुकाबला करना चाहती है जहां पर उसका आधार बन रहा है। तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ भाई-भतीजावाद का आरोप लगाने के लिए भगवा खेमे पर पलटवार करते हुए अभिषेक ने कहा कि अगर संसद में ऐसा विधेयक पारित हुआ कि एक परिवार से एक ही व्यक्ति राजनीति में रहेगा तो वह पार्टी से इस्तीफा दे देंगे।
डायमंड हार्बर के सांसद अभिषेक बनर्जी ने आगे स्पष्ट किया कि वह अगले 20 साल तक कोई सार्वजनिक पद या मंत्री पद नहीं संभालना चाहते और केवल अपनी पार्टी की बेहतरी के लिए काम करते रहेंगे। सांसद ने कहा, ‘‘विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस द्वारा बीजेपी को हराने के बाद हमें समूचे देश से एक लाख ई-मेल मिले हैं। हम हर उस राज्य में बीजेपी से मुकाबला करेंगे जहां पर तृणमूल कांग्रेस का जनाधार बन गया है।’’
बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को बड़ा निर्णय लेते हुए अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी को टीएमसी का महासचिव नियुक्त किया। वहीं अभिनेत्री सायोनी घोष को तृणमूल युवा कांग्रेस के अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली, जबकि दिग्गज नेता कुणाल घोष को पार्टी का प्रदेश महासचिव नियुक्त किया गया।
बंगाल चुनाव से पहले लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी के बहाने विपक्ष ने ममता बनर्जी पर परिवारवाद के आरोप लगाए थे। विपक्ष का कहना था कि ममता बनर्जी अभिषेक को मुख्यमंत्री बनाना चाहती हैं। हालांकि अब पार्टी की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले अभिषेक बनर्जी को ममता ने बड़ी ज़िम्मेदारी सौंपी है।
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