कोलकाता: पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनावों से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी एक-एक कर उनसे दूर होते जा रहे हैं। शुभेंदु रॉय सहित तृणमूल कांग्रेस के कई दिग्गज नेता पहले ही पार्टी का दामन छोड़ चुके हैं और अब बीरभूम से टीएमसी सांसद अभिनेत्री शताब्दी रॉय ने भी पार्टी से नाराजगी जाहिर की है जिसके बाद उनके भी पार्टी छोड़ने की अटकलें हैं। शताब्दी रॉय ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए पार्टी में खुद को नीचा दिखाए जाने को लेकर दुख जाहिर किया है। उन्होंने हमारे चैनल इंडिया टीवी के साथ फोन पर बातचीत में टीएमसी के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने बताया कि बीरभूम में टीएमसी के कार्यक्रम में उन्हें नहीं बुलाया जाता है। कहां कार्यक्रम हो रहा है यह भी उन्हें नहीं बताया जाता है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि गृहमंत्री और भाजपा नेता अमित शाह के साथ उनकी बातचीत होती रहती है लेकिन इसका कोई अर्थ न निकाला जाएं।
बता दें कि शताब्दी रॉय तृणमूल कांग्रेस पार्टी में रहेंगी या नहीं इस बारे में कल दोपहर अपना निर्णय बताएंगी। दरअसल फेसबुक पर शताब्दी रॉय फैन क्लब अकाउंट पर उनके नाम से एक पोस्ट डाला गया था जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी की ओर से आयोजित कार्यक्रम में उन्हें नहीं बुलाया जा रहा और उन से काम नहीं लिया जा रहा इससे वह बहुत दुखी हैं और 16 जनवरी को अपना निर्णय बताएंगी। तभी से अटकलें लगनी शुरू हो गई कि शताब्दी रॉय पार्टी छोड़कर बीजेपी में जा सकती है। रॉय ने इंडिया टीवी के साथ बातचीत में स्वीकार किया कि यह पोस्ट उन्होंने ही डाला है।
पोस्ट में लिखा है, ''बहुत से लोग मुझसे पूछते हैं कि मैं बीरभूम में पार्टी के कार्यक्रमों से गायब क्यों रहती हूं। मैं इन कार्यक्रमों का हिस्सा कैसे बनूं जब मुझे इनके शेड्यूल को लेकर कोई जानकारी ही नहीं होती? मुझे लगता है कि कुछ लोग नहीं चाहते कि मैं इन कार्यक्रमों में शामिल रहूं। मैं इससे काफी दुखी हूं। इसलिए मैं इस नए साल में एक ऐसा फैसला लेना चाहती हूं जो मुझे लोगों के साथ पूरी तरह जुड़ने में मदद करेगा। अगर मैं कोई फैसला लूंगी...तो शनिवार दोपहर 2 बजे इस बारे में बताऊंगी।''
शताब्दी रॉय पहली बार साल 2009 में तृणमूल कांग्रेस की ओर से बीरभूम से चुनाव जीतकर संसद पहुंची थीं। इसके बाद साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में भी वह इसी सीट से सांसद बनीं।