कोलकाता: पश्चिम बंगाल में नेताओं की बेलगाम जुबान बंद होने का नाम ही नहीं ले रही। अब ममता सरकार में परिवहन मंत्री रह चुके टीएमसी नेता मदन मित्रा के एक बयान पर बवाल हो गया है। मंगलवार को हावड़ा की रैली में मित्रा ने मर्यादा की सारी सीमा लांघ दी। भारतीय जनता पार्टी के 200 सीट जीतने के दावे के बारे में पूछे जाने पर मित्रा ने कहा कि मैं बीजेपी को एक बात बताना चाहता हूं कि अगर दूध मांगोगे तो खीर देंगे, लेकिन अगर बंगाल मांगोगे तो चीर देंगे।
22 गज की पिच पर हम लोग लड़ाई लड़ेंगे
मदन मित्रा ने कहा कि इसी बंगाल की धरती पर जंग होगा और आप लोग भले ही रोज कहते हो कि मार देंगे पीट देंगे, लेकिन इस 22 गज की पिच पर हम लोग लड़ाई लड़ेंगे। इसके लिए बाकायदा हम लोग वॉर्मअप कर पूरी तरह से तैयार हैं। इस बयान पर मदन मित्रा की सफाई भी आ गई है।
मदन मित्रा ने इंडिया टीवी पर दी सफाई
इंडिया टीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत में मदन मित्रा ने सफाई देते हुए कहा कि चीर देंगे का मतलब चुनावों में जनता के थप्पड़ से था। हालांकि, मित्रा अपने उस बयान पर अब भी कायम हैं जिसमें उन्होंने नंदीग्राम से ममता के हारने पर अपना हाथ काट लेने का दावा किया था।
एक अन्य रैली में भी लगाए गए भड़काऊ नारे
इस बीच बीजेपी की एक रैली के जबाव में अपना शक्ति प्रदर्शन करते हुए टीएमसी ने मंगलवार को दक्षिण कोलकाता में एक रैली निकाली और ये रैली ठीक उसी रास्ते से निकाली गई थी, जिस रास्ते से एक दिन पहले बीजेपी ने अपनी रैली निकाली थी। इस रैली के दौरान बीजेपी पर जमकर निशाना साधा गया और कार्यकर्ताओं ने 'बंगाल के गद्दारों को, गोली मारो सालों को' जैसे भड़काऊ नारे लगाए।
टीएमसी की 'शांति रैली' में लगाए गए भड़काऊ नारे
मजे की बात तो यह है कि जिस रैली में ये नारे लगाए गए, टीएमसी ने उसे 'शांति रैली' का नाम दिया था। टीएमसी की इस रैली में बंगाल सरकार में ऊर्जा मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय औ दक्षिण कोलकाता से सांसद माला रॉय समेत टीएमसी के कई बड़े नेता शामिल हुए थे। इस दौरान माला रॉय ने कहा कि अगली बार अगर आपने दक्षिण कोलकाता में हुडदंग किया तो हम न के केवल आपकी टांगे तोड़ेंगे, बल्कि फिर भी फोड़ देंगे।
ये भी पढ़ें