Highlights
- बाबुल सुप्रियो ने रविवार को अपनी पूर्व पार्टी पर कटाक्ष किया
- सुप्रियो तीन महीने पहले तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे
- पांच विधायकों में से एक अंबिका रॉय ने रविवार को व्हाट्सऐप ग्रुप में फिर से शामिल होने की इच्छा व्यक्त की
कोलकाता: पूर्व केंद्रीय मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के नेता बाबुल सुप्रियो ने रविवार को अपनी पूर्व पार्टी पर कटाक्ष किया और संभावना जताई कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पश्चिम बंगाल के विधायकों के व्हाट्सऐप ग्रुप को छोड़ने वाले पांच असंतुष्ट विधायक अब पार्टी से नाता तोड़ सकते हैं।
सुप्रियो तीन महीने पहले तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे, हालांकि, पांच विधायकों में से एक अंबिका रॉय ने रविवार को व्हाट्सऐप ग्रुप में फिर से शामिल होने की इच्छा व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने गलती की है और ‘‘भाजपा के एक वफादार सिपाही बने रहने’’ की इच्छा जताई।
सुप्रियो ने हालांकि बंगाली में ट्वीट किया, ‘‘भाजपा में एक के बाद एक विकेट गिर रहे हैं। आज पांच और चले गए। शिव बाबू (राष्ट्रीय महासचिव शिव प्रकाश, जिन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के अभियान की देखरेख की थी) अब तक कैलाश पर्वत पर जा चुके होंगे। यदि आप बंगाली केकड़ों को ढूंढना चाहते हैं जो आपको पीछे से खींचेंगे तो मुरलीधर लेन (प्रदेश भाजपा का पता) पर जाएं।’’
राजनीतिक रूप से शक्तिशाली मतुआ समुदाय के पांच असंतुष्ट विधायक - मुकुटमोनी अधिकारी (राणाघाट दक्षिण), सुब्रत ठाकुर (गायघाटा), अंबिका रॉय (कल्याणी), अशोक कीर्तनिया (बोनगांव उत्तर) और असीम सरकार (हरिंगहाटा) ने भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई द्वारा गठित विभिन्न समितियों से हटाए जाने के बाद भाजपा विधायकों के व्हाट्सऐप ग्रुप को छोड़ दिया था।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, ‘‘पांच विधायकों में से किसी को भी नहीं हटाया जाएगा। हम उन्हें नयी समितियों में शामिल करेंगे। उन्हें थोड़ा और धैर्य रखना होगा।’’