तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने शनिवार को धमकी देते हुए कहा कि वह बांग्लादेश सीमा से सटे कूचबिहार जिले में एक स्थानीय युवक की हत्या मामले में सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। पिछले साल दिसंबर में पशु तस्करी में शामिल होने के संदेह में एक 23 वर्षीय प्रेम कुमार बर्मन की बीएसएफ जवानों द्वारा की गई गोलीबारी में मौत हो गई। इस बाबत अभिषेक बनर्जी ने शनिवार को कूचबिहार के माथाभंगा में एक जनसभा को संबोधित किया। इस संबोधन में बनर्जी ने कहा कि बीएसएफ कर्मियों ने मवेशी तस्करी के संदेह में प्रेम कुमार बर्मन को मार डाला। उन्होंने कहा कि क्या उनके कब्जे से कोई मवेशी या बंदूक बरामद की गई थी। पोस्टमॉर्टम में कहा गया है कि उसके शरीर पर 180 गोलियों के निशान थे।
सुप्रीम कोर्ट जाना पड़े तो जाऊंगा
बनर्जी ने आगे कहा कि बीएसएफ के जवानों ने बर्मन को उन्हीं गोलियों से मार गिराया, जिनका इस्तेमाल सशस्त्र बल के जवान जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ करते हैं। मैं अंत तक कोशिश करूंगा कि बर्मन के परिवार को न्याय मिले। अगर जरूरत पड़ी तो मैं कलकत्ता हाईकोर्ट और यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट भी जाऊंगा। टीएमसी नेता ने आगे कहा कि मैं उन नेताओं को नहीं बख्शूंगा जो अपने स्वार्थ के लिए पार्टी का नाम खराब करते हैं। केवल स्थानीय नेताओं के यस मैन होने से आगामी पंचायत चुनाव में टिकट की गारंटी नहीं होगी। केवल लोगों के लिए काम करने वालों को टिकट मिलेगा। लोगों का प्रमाणपत्र इस संबंध में अंतिम शब्द होगा।
पश्चिम बंगाल है एक
बनर्जी ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए यह आरोप लगाया कि जो भी विभाजनकारी ताकतें उत्तर बंगाल को राज्य से अलग करना चाहती हैं, उन्हें भाजपा द्वारा गुप्त समर्थन दिया जा रहा हैं। वे लोगों को गुमराह करने का कोशिश कर रहे हैं। अलग राज्य का कोई सवाल ही नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा जैसे उनके शीर्ष नेता एक ही मंच पर आएं और बोले की बंगाल का विभाजन होगा। लेकिन ऐसा कभी नहीं होगा। मुझे भी उत्तर बंगाल के इस शब्द से आपत्ति है। दक्षिण से उत्तर तक, यह सिर्फ एक ही राज्य हैं जो पश्चिम बंगाल है।
(इनपुट-आईएएनएस)