कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) कहा है कि असंतुष्ट नेता शुभेंदु अधिकारी का अध्याय बंद हो चुका है और पार्टी अब उन्हें वापस लाने के लिये कोई प्रयास नहीं करेगी। सूत्रों के अनुसार टीएमसी आलाकमान ने अधिकारी को पार्टी में रहने के लिये मनाने तथा उनकी शिकायतें सुनने के लिये आगे कोई पहल नहीं करने का फैसला किया है। हालांकि उन्होंने कहा कि अगर अधिकारी कुछ कहना चाहते हैं तो वह उनकी बात सुनने के लिये तैयार है। टीएमसी और अधिकारी के बीच सुलह कराने का काम कर रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा सांसद सौगत राय ने किसी का नाम लिये बिना कहा कि टीएमसी एक बहुत बड़ी राजनीतिक पार्टी है, जिसके पास ममता बनर्जी जैसा जन नेता है। अगर एक या दो लोग पार्टी छोड़ देते हैं तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर बताया, ''हमारी पार्टी की प्रमुख ममता बनर्जी ने कल हमें उनके (अधिकारी) साथ आगे कोई बातचीत नहीं करने और (राज्य के चुनाव) अभियान पर ध्यान केन्द्रित करने का निर्देश दिया। पार्टी के लिये शुभेंदु अधिकारी का अध्याय बंद हो चुका है। अगर वह कुछ कहना चाहते हैं तो कह सकते हैं। अब सबकुछ उनपर निर्भर करता है।''
इससे पहले खबर आई थी कि शुभेंदु अधिकारी को पार्टी ने मना लिया है। वहीं अधिकारी के करीबी लोगों ने पार्टी नेतृत्व से उनके सुलह होने के दावे को गलत करार दिया था। उनका कहना था कि अधिकारी की नाराजगी कायम है क्योंकि उनकी शिकायतों को दूर नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि अधिकारी भारी जनाधार वाले प्रभावशाली नेता हैं, जिन्होंने राज्य मंत्रिमंडल और अन्य पदों से इस्तीफा दे दिया था, जो कुछ दिन पहले तक उनके पास थे।
करीबियों ने बताया कि अधिकारी इस बात पर कायम हैं कि उनके लिए पार्टी के साथ काम करना मुश्किल है। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह ममता बनर्जी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने वाले अधिकारी ने बृहस्पतिवार को पूर्वी मिदनापुर जिले के तामलुक उप-मंडल में पार्टी के बैनरों और झंडों के बिना एक रैली का आयोजन किया, जिसमें उनके समर्थक राष्ट्रध्वज थामे नजर आए।