कोलकाता: पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने मौजूदा सरकार के शासनकाल में विकास के मामले में राज्य के पिछड़ने के केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आरोपों को खारिज करते हुए मंगलवार को कहा कि राज्य के बारे में गलत धारणा पैदा करने के प्रयास किये जा रहे हैं। टीएमसी के वरिष्ठ नेता सौगत रॉय ने केन्द्रीय मंत्री के आरोपों के नकारते हुए कहा कि जीडीपी, औद्योगिक उत्पादन, प्रति व्यक्ति आय, ग्रामीण सड़कों के निर्माण तथा अन्य मामलों में राज्य का प्रदर्शन शानदार रहा है। गौरतलब है कि शाह ने रविवार को बोलपुर में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राज्य में सत्तारूढ़ टीएमसी पर वादे निभाने में नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए दावा किया था कि राज्य भ्रष्टाचार और फिरौती को छोड़कर विभिन्न आयामों में अधिकतर राज्यों से पीछे है।
सौगत रॉय ने अम्फान तूफान से निपटने के लिये दी गई राशि का टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा दुरुपयोग करने के शाह के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि राज्य को अभी केन्द्र की ओर से, एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) के लिए दिये जाने वाले 32,310 करोड़ रुपये नहीं मिले हैं। सौगत रॉय ने दावा किया कि चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर अब तक पांच राज्यों में चुनाव जीतने में राजनीतिक दलों की मदद कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि टीएमसी को लगता है कि किशोर ने सोमवार को ट्वीट करके जो भविष्यवाणी की है कि भाजपा पश्चिम बंगाल में दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाएगी, वह सही है।
गौरतलब है कि टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने अगले साल अप्रैल-मई में प्रस्तावित राज्य के विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी की संभावनाओं को बढ़ाने के लिये प्रशांत किशोर से हाथ मिलाया है। सौगत रॉय ने यहां टीएमसी मुख्यालय में पत्रकारों से कहा, ''हम उनके ट्वीट का समर्थन करते हैं। वह हमारी पार्टी के चुनाव रणनीतिकार हैं।'' रॉय से जब पूछा गया कि क्या टीएमसी के महत्वपूर्ण फैसले किशोर ले रहे हैं तो उन्होंने कहा कि वह सलाहकार हैं और सलाह के तौर पर अपनी राय दे रहे हैं जबकि फैसले पार्टी नेतृत्व ले रहा है।
टीएमसी सांसद ने चुटकी लेते हुए कहा, ''प्रशांत किशोर ने 2014 के लोकसभा चुनाव में चुनाव अभियान के दौरान नरेन्द्र मोदी को भी इसी प्रकार सलाह दी थी।'' पश्चिम बंगाल के प्रदर्शन के बारे में रॉय ने कहा कि राज्य की जीडीपी में 53 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। बीते दस साल में यह 4.51 लाख करोड़ से बढ़कर 6.9 लाख करोड़ हो गई है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की प्रति व्यक्ति आय 2010 में 51,543 रुपये थी जो 2019 में बढ़कर 1.09 लाख रुपये हो गई और यह बिहार, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से अधिक है।
रॉय ने शाह के उस दावे को भी खारिज कर दिया कि राज्य का जूट उद्योग बुरे दौर से गुजर रहा है। उन्होंने कहा, ''अधिकतर मिलें चल रही हैं और राज्य सरकार ने सात करोड़ जूट की बोरियां खरीदने का फैसला किया है और ऐसी बोरियों में चावल रखना अनिवार्य कर दिया है।'' टीएमसी सांसद ने कहा कि राज्य की औद्योगिक विकास दर 3.1 फीसदी है। उन्होंने दावा किया यह दर 2019 में औसत राष्ट्रीय दर से पांच गुणा अधिक है।