देश के कई क्षेत्रों में अचानक आलू की कीमतों में वृद्धि देखने को मिला है। इस लिस्ट में पश्चिम बंगाल भी शामिल है। मगर अब बंगाल में आलू की कीमतों में गिरावट देखने को मिल सकती है। दरअसल पश्चिम बंगाल में आलू के व्यापारियों ने अपने अनिश्चितकालीन हड़ताल को वापस ले लिया और इसके एक दिन बाद ही राज्य में आलू को लेकर एक बड़ा फैसला लिया गया है जो राज्य में आलू की बढ़ी कीमतों को कम करने में बड़ी मदद कर सकता है। आइए आपको बताते हैं कि वह फैसला क्या है?
कोल्ड स्टोरेज से बढ़ी आलू की आपूर्ति
पश्चिम बंगाल में कोल्ड स्टोरेज से आलू की आपूर्ति को 30 से 35 प्रतिशत बढ़ा दिया गया है। आज यानी 25 जुलाई 2024 को अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है। वहीं व्यापारियों के संगठन ने कहा कि वे कीमतों को स्थिर करने के प्रयास में सप्लाई को बैलेंस करने की कोशिश करते रहेंगे।
प्रगतिशील आलू व्यापारी संघ के सचिव ने कही ये बात
पश्चिम बंगाल में कोल्ड स्टोरेज से आलू की सप्लाई को बढ़ाने के बाद प्रगतिशील आलू व्यापारी संघ के सचिव लालू मुखर्जी ने कहा, 'कल रात से 50-50 किलोग्राम के लगभग 8 लाख पैकेट भेजे गए हैं। यह पहले की तुलना में अधिक हैं क्योंकि औसतन 6 लाख पैकेट ही आते थे। उन्होंने आगे बात करते हुए कहा कि हमने राज्य सरकार को पर्याप्त आपूर्ति का आश्वासन दिया और यह भी कहा कि व्यापारी फिलहाल अन्य राज्यों को उपज का निर्यात करने से परहेज करेंगे।
आलू हड़ताल पर कृषि विपणन मंत्री ने क्या कहा?
राज्य में आलू व्यापारियों द्वारा किए गए अनिश्चितकालीन हड़ताल को वापस लेने पर मंत्री बेचाराम मन्ना ने कहा, 'पश्चिम बंगाल सरकार ने पहले ही हड़ताल के प्रभाव को कम करते हुए किफायती दामों पर आलू बेचने के लिए स्वयं सहायता समूहों को शामिल करने का निर्णय लिया था। अब आलू व्यापारियों की हड़ताल वापस ले ली गई है और उन्होंने सरकार को आश्वासन दिया है कि वे अन्य राज्यों को निर्यात करने से पहले स्थानीय बाजार में आलू की कीमतें कम करने में मदद करेंगे।'
(इनपुट: भाषा)
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