राशन वितरण के कथित घोटाले मामले में पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जब उन्हें कोर्ट में पेश किया गया तो वो अदालत में ही बेहोश हो गए। इस बाबत अधिकारी ने बयान जारी किया। हालांकि ज्योतिप्रिय मल्लिक को अदालत ने 6 नवंबर तक के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया है। इस मामले पर अब पश्चिम बंगाल में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने बयान जारी किया है। शुभेंदु अधिकारी ने इस बाबत कहा कि यह एक बड़ा घोटाला है। यहां पीडीएस प्रणाली और धान खरीद में अनियमितताएं की गई हैं। इसमें न केवल चावल मिल मालिक बल्कि नौकरशाह भी शामिल है। यह सब सीएम ममता बनर्जी के निर्देश पर हुआ है। राइस मिल मालिकों ने फर्जी खाते खोले हैं जिसके जरिए केंद्र से वो पैसा ले रहे हैं।
बंगाल राशन वितरण घोटाला में बढ़ी टीएमसी की मुश्किलें
बता दें कि करोड़ों रुपये के कथित राशन वितरण घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग केस में ज्योतिप्रिय मल्लिक को गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि यह गिरफ्तारी 17-18 घंटे चली पूछताछ के बाद की गई। ईडी ने उन्होंने धन शोधन निवारण अधिनियन यानी मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार कर लिया है। ईडी अधिकारियों न इस बाबत कहा कि मल्लिक को शुक्रवार की सुबह साढ़े 3 बजे सॉल्ट लेक स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया गया। इसके बाद उन्होंने केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय लाया गया, जहां से उनकी पेशी कोर्ट में की गई, जिसके बाद ईडी की मांग पर कोर्ट ने मल्लिक की कस्टडी की अनुमति दी।
ईडी ने की छापेमारी
ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद तृणमूल के नेता ने कहा कि मैं बहुत बड़ी साजिश का शिकार हुआ हूं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा और शुभेंदु अधिकारी ने यह साजिश रची है। बता दें कि इस मामले में पहले ही मंत्री बुकिबुर रहमान के एक विश्वासपात्र को गिरफ्तार किया जा चुका है। सूत्रों की मानें तो केंद्रीय एजेंसी इस मामले में दोनों का बायन जानने के लिए आमने-सामने बिठाकर पूछताछ कर सकती है। बता दें कि बुकिबुर रहमान के करीबी की गिरफ्तारी के बाद ज्योतिप्रिय मल्लिक के कई ठिकानों पर केंद्रीय एजेंसी ने छापेमारी भी की थी।