धूपगुड़ी: पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में मंगलवार को सैकड़ों स्थानीय निवासियों के एक वैक्सीनेशन सेंटर में घुसने की कोशिश करने के दौरान भगदड़ मचने से कम से कम 25 लोग घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घटना में छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए और उनका जलपाईगुड़ी सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया, ‘‘धूपगुड़ी स्वास्थ्य केंद्र का मुख्य द्वार खुलते ही कई लोगों ने एक-दूसरे को धक्का देकर अंदर जाने की कोशिश की, जिस कारण वहां भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। इस घटना में कई महिलाएं घायल हो गईं। हम मामले की जांच कर रहे हैं।’’
स्थानीय लोगों ने दावा किया कि सैकड़ों लोग सुबह से ही वैक्सीनेशन सेंटर के बाहर कतार में खड़े थे और सामाजिक दूरी बनाये रखने संबंधी नियम का भी पालन नहीं किया गया। भगदड़ मचने का कारण पूछे जाने पर, अधिकारी ने कहा, ‘‘हम मामले की जांच कर रहे हैं। प्रारंभिक जांच के अनुसार, जो लोग कतार में थे, उन्होंने वैक्सीन की खुराक की कमी की आशंका में केंद्र में प्रवेश करने की कोशिश की।’’ अधिकारी ने कहा कि दुर्घटना के बाद केंद्र में वैक्सीनेशन कार्यक्रम रोक दिया गया है।
इस बीच कोरोना के खिलाफ लड़ाई में वैक्सीनेशन का अभियान देश में तेज गति से आगे बढ़ रहा है, मंगलवार को देशभर में रिकॉर्डतोड़ वैक्सीनेशन हुआ है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार मंगलवार शाम 6 बजे तक देशभर में 1.09 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लग चुका था जो एक दिन में अबतक हुआ सबसे अधिक वैक्सीनेशन है।
इससे पहले 27 अगस्त को भी देश में 1 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन दी गई थी। 5 दिन के भीतर ऐसा दूसरी बार हुआ है जब एक दिन में एक करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन दी गई हो। मंगलवार को 1.09 करोड़ से ज्यादा वैक्सीनेशन के बाद अब देशभर में कुल 65 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है जिसमें 50 करोड़ लोगों को अभी पहली डोज मिली है और लगभग 15 करोड़ लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगाई जा चुकी हैं।
ये भी पढ़ें
- क्या अफगानिस्तान में तालिबान सरकार को मान्यता देगा रूस? सामने आया विदेश मंत्री लावरोव का बड़ा बयान
- अमेरिका के कहने पर पाकिस्तान ने जेल से छोड़ा, आज बना तालिबान की जीत का चेहरा
- अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा, क्या हुआ और क्या होगा अभी, खौफ में महिलाएं
- अफगान सेना पर अमेरिका ने खर्च किए अरबों डॉलर, फायदा मिला तालिबान को