पश्चिम बंगाल का संदेशखाली इन दिनों राजनीतिक अखाड़ा बना हुआ है। बीजेपी नेता लगातार संदेशखाली का दौरा कर ममता सरकार को घेरने में लगे हैं। बीजेपी संदेशखाली पर आज डॉक्यूमेंट्री भी जारी करेगी। वहीं, बंगाल पुलिस ने बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता पर आपत्तिजनक टिप्पणी का आरोप लगाया है और कार्रवाई की बात कही है। इस बीच, संदेशखाली मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार ने बड़ा एक्शन लिया है। मुख्य सचिव और डीजीपी को नोटिस भेजकर 4 हफ्ते में रिपोर्ट मांगी है। वहीं, नेशनल एसटी आयोग आज यानी गुरुवार को संदेशखाली का दौरा करेगा।
एसटी आयोग की टीम पहुंची बंगाल
बता दें कि संदेशखाली मामले की जांच करने के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग, मानवाधिकार आयोग के बाद अब नेशनल एसटी आयोग की टीम भी जा रही है। नेशनल एसटी आयोग का तीन सदस्यीय दल उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखालि में आदिवासी महिलाओं के यौन उत्पीड़न की शिकायतों की जांच के लिए पश्चिम बंगाल पहुंचा। सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी। इस संबंध में एक सूत्र ने बताया कि उपाध्यक्ष अनंत नायक की अगुवाई वाला दल टीएमसी से जुड़े लोगों की ओर से आदिवासियों की जमीन हड़पने की शिकायतों की भी जांच करेगा।
आयोग ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और राज्य पुलिस प्रमुख को भी नोटिस जारी कर तीन दिन के भीतर तथ्यात्मक और कार्रवाई रिपोर्ट सौंपने को कहा है। संदेशखालि में महिलाओं के साथ कथित दुष्कर्म और उत्पीड़न की घटनाओं को लेकर राजनीतिक हंगामे के बीच एनसीएसटी की टीम जांच के लिए बंगाल पहुंची है।
सिख आईपीएस को 'खालिस्तानी' कहने का आरोप
इससे पहले बंगाल पुलिस ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने संदेशखाली को लेकर प्रदर्शन के दौरान एक सिख आईपीएस अधिकारी को 'खालिस्तानी' कहा। इस पर आईपीएस अधिकारी बीजेपी विधायक शुभेंदु अधिकारी पर बुरी तरह भड़ गए। मामले में बंगाल पुलिस कार्रवाई की बात कह रही है।