Highlights
- शिक्षक भर्ती घोटाले में एक और TMC नेता का नाम
- तृणमूल विधायक मानिक भट्टाचार्य खिलाफ जारी नोटिस
- मानिक भट्टाचार्य के आवास पर सीबीआई ने की तलाशी
SSC Scam Case: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पश्चिम बंगाल में प्राथमिक शिक्षक भर्ती में कथित अनियमितताओं की गहन जांच में ताबड़तोड़ एक्शन ले रही है। सीबीआई ने इस मामले में कोलकाता और नादिया में राज्य प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष और तृणमूल विधायक मानिक भट्टाचार्य के आवास पर उन्हें तलाशा। जब टीएमसी विधायक अपने आवास पर नहीं मिले तो सीबीआई ने गुरुवार को उनके विरूद्ध लुकआउट नोटिस जारी कर दिया।
CBI ने बिचौलिया किया था गिरफ्तार
बता दें कि इस मामले में नादिया जिले के पलाशीपाड़ा के विधायक भट्टाचार्य से पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ की थी। ईडी इस मामले में इस बात का पता लगा रही है कि पैसे किन-किन हाथों और किन रास्तों से गुजरा है। सीबीआई अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘पिछले कई दिनों के दौरान जादवपुर और नादिया में विधायक उनके निवास पर नहीं मिले। उसके बाद केंद्रीय जांच एजेंसी ने उन्हें लुकआउट नोटिस जारी किया।’’ इस बीच एक विशेष सीबीआई अदालत ने एक संदिग्ध बिचौलिये को एक सितंबर तक के लिए सीबीआई हिरासत में भेज दिया। बिचौलिये को पैसे लेकर सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में अयोग्य अभ्यर्थियों को नौकरी दिलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
बिचौलिये प्रदीप सिंह के घर से मिले थे दस्तावेज
बुधवार रात को सीबीआई की जांच टीम के छापे में कोलकाता साल्ट लेक इलाके में संदिग्ध बिचौलिये प्रदीप सिंह के निवास से कई दस्तावेज भी बरामद किये गये थे। सीबीआई अधिकारी ने कहा, ‘‘हम उसकी पृष्ठभूमि और इस रैकेट में उसकी सटीक भूमिका का पता लगा रहे हैं।’’ सीबीआई ने इन अनियमितताओं के सिलसिले में इस महीने की शुरुआत में स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) के पूर्व सलाहकार डॉ. शांति प्रसाद सिन्हा और उनके पूर्व सचिव अशोक कुमार साहा को गिरफ्तार किया था।
पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को किया था गिरफ्तार
जुलाई में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिक्षक भर्ती घोटाले में पैसों के लेन-देन/ उसके मार्ग का पता लगाने के लिए पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों पर छापेमारी की थी। जिसमें ईडी को अर्पिता के घर से भारी मात्रा में कैश और ज्वेलरी बरामद की थी। इसके बाद ईडी ने एक्शन लेते हुए पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार कर लिया था। सीबीआई ने इस घोटाले की अपनी जांच के सिलसिले में बुधवार को सिलीगुड़ी में उत्तरी बंगाल विश्वविद्यालय के कुलपति सुवीरेश भट्टाचार्य के कार्यालय भी पर छापा मारा था।