पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले से चौंकाने वाली खबर सामने आई है। जिले के जयनगर थाना क्षेत्र के बामुंगाची गांव में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता सैफुद्दीन लश्कर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। टीएमसी के क्षेत्रीय अध्यक्ष सैफुद्दीन लश्कर को कुछ अज्ञात बदमाशों ने करीब से गोली मार दी, जब वह सुबह की नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद जा रहे थे। हत्या की खबर फैलने के साथ इलाका युद्ध के मैदान में बदल गया।
दूसरे को पुलिस ने बचाया
स्थानीय लोगों और सैफुद्दीन लश्कर के समर्थकों ने कथित हमलावरों में से एक को पकड़ लिया और पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी, जबकि दूसरे को पुलिस ने किसी तरह बचा लिया। हालांकि, पुलिस ने पीट-पीटकर मारे गए और गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान उजागर करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने दावा किया कि गिरफ्तार व्यक्ति ने लश्कर की हत्या में अपनी संलिप्तता की बात कबूल कर ली है। दो गुटों के बीच झड़प के बाद पूरा इलाका युद्धक्षेत्र में बदल गया। एक के बाद एक इलाके के कम से कम 10 घरों में आग लगा दी गई। पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी मौके पर पहुंची और स्थिति को काबू में करने की कोशिश की। रिपोर्ट दर्ज होने तक इलाके में तनाव बरकरार था।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप
दोनों हत्याओं को लेकर जल्द ही राजनीतिक खींचतान भी सामने आई। भांगर विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस के विधायक सौकत मोल्ला ने दावा किया कि लश्कर की हत्या की योजना बीजेपी और सीपीआई (एम) दोनों के साथ घनिष्ठ संबंध रखने वाले असामाजिक तत्वों के एक वर्ग की ओर से बनाई गई थी। मोल्ला ने कहा, "ये असामाजिक तत्व काफी समय से इलाके में तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं और लश्कर इसका शिकार बन गया।"
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"हत्या टीएमसी में अंदरूनी कलह का परिणाम"
आरोपों का खंडन करते हुए सीपीआई (एम) केंद्रीय समिति के सदस्य डॉ. सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि लश्कर की हत्या अवैध कारोबार में हिस्सेदारी को लेकर तृणमूल कांग्रेस में अंदरूनी कलह का परिणाम थी, जिसे मुख्य रूप से लश्कर की ओर से नियंत्रित किया जाता था। चक्रवर्ती ने कहा, "अब सत्तारूढ़ पार्टी के गुंडे हमारी पार्टी के समर्थकों को चुन-चुनकर निशाना बना रहे हैं और उनके घरों को आग लगा रहे हैं।"
"तृणमूल कांग्रेस के दो समूहों के बीच लड़ाई"
राज्य के वरिष्ठ बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने आरोप लगाया कि पुलिस को छोड़कर सभी जानते हैं कि तृणमूल कांग्रेस के दो समूहों के बीच लड़ाई की वजह से क्षेत्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति दयनीय हो गई है। सिन्हा ने कहा, "अब जब दोहरी हत्याएं हुई हैं तो सत्तारूढ़ दल के विधायक अंदरूनी कलह की घटनाओं को छिपाने के लिए जानबूझकर बीजेपी को निशाना बना रहे हैं।"
- IANS इपुट के साथ