पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में एक स्कूली छात्रा की हत्या के विरोध में कई पार्टियों ने बंद का आह्वान किया। राजनीतिक पार्टियों की ओर से बुलाए गए 24 घंटे के बंद के कारण शनिवार को दार्जिलिंग और कलिम्पोंग जिलों में सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा। छात्रा की हत्या के विरोध में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा, हमरो पार्टी और सीपीआरएम ने संयुक्त रूप से बंद बुलाया। बंद के बाद दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, कुर्सियांग, मिरिक और अन्य क्षेत्रों में दुकानें बंद रहीं और सड़कों से ज्यादातर वाहन नदारद रहे।
न तो बंद का समर्थन किया और न ही विरोध: थापा
हालांकि, आवश्यक सेवाओं को बंद के दायरे से बाहर रखा गया था। इससे पहले 2017 में गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर 105 दिनों के बंद के बाद उत्तरी पश्चिम बंगाल की पहाड़ियों में यह पहला बड़ा बंद है। भारतीय गोरखा प्रजातांत्रिक मोर्चा (बीजीपीएम) के प्रमुख अनित थापा ने कहा है कि उन्होंने न तो बंद का समर्थन किया और न ही विरोध किया। उन्होंने कहा कि जिन्होंने बंद बुलाया है उन्हें समझना होगा कि मामला अदालत में है।
जर्जर मकान में छात्रा का मिला था शव
दरअसल, सोमवार की शाम माटीगाड़ा इलाके में एक जर्जर मकान में छात्रा का शव मिला था। पुलिस ने बताया कि आरोपी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने छात्रा का यौन उत्पीड़न करने की कोशिश की थी, लेकिन जब उसने विरोध किया तो आरोपी ने उसकी हत्या कर दी। उसने बताया कि जिस पत्थर से छात्रा पर हमला किया गया था उसे भी बरामद कर लिया गया है।
पुलिस के मुताबिक, छात्रा एक नेपाली-माध्यम स्कूल में 11वीं कक्षा में पढ़ती थी और वह स्कूल से घर लौट रही थी, तभी आरोपी ने उसे रास्ते में रोक लिया। विश्व हिंदू परिषद (VHP) की ओर से इस मामले को लेकर सिलीगुड़ी में गुरुवार को 12 घंटे के बंद का आह्वान किया गया था, जिससे जनजीवन प्रभावित हो गया था।