कोलकाता : संदेशखली हिंसा के खिलाफ नॉर्थ 24 परगना के बशीरहाट में एसपी दफ्तर के बाहर धरना-प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिए गए पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और अन्य बीजेपी कार्यकर्ताओं को रिहा कर दिया गया। वहीं सुकांत मजूमदार ने पुलिस पर बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार के भी आरोप लगाए। इससे पहले बशीरहाट में एसपी कार्यालय के आसपास लगाए गए निषेधाज्ञा आदेशों की अवहेलना करने के प्रयासों के बाद मंगलवार को पुलिसकर्मियों और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हुईं। इसके बाद पुलिस ने सुकांत मजूमदार और बीजेपी के अन्य कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया था। लेकिन बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया।
पुलिस केवल ममता की बात सुनती है-मजूमदार
रिहाई के बाद सुकांत मजूमदार ने कहा कि पुलिस ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार किया। हम इस मामले को कोर्ट में ले जाएंगे। पुलिस ने हमारे साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया। पुलिस सीआरपीसी के संविधान का पालन नहीं करती है और केवल ममता बनर्जी की बात सुनती है। दरअसल, संदेशखली में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी धरना प्रदर्शन कर रही है। बशीरहाट में एसपी दफ्तर के पास लागू निषेधाज्ञा तोड़ने के प्रयासों के बीच भाजपा)समर्थकों और पुलिस कर्मियों के बीच झड़प हो गई।
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश की
अधिकारियों ने कहा कि कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक निषेधाज्ञा लागू थी। संदेशखली के हालात के विरोध में एसपी कार्यालय का घेराव कर रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पुलिस अवरोधकों को तोड़ने का प्रयास किया। पुलिस ने कई भाजपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया और हिरासत में ले लिया। भाजपा कार्यकर्ताओं की अगुवाई कर रहे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने दावा किया, ‘‘बंगाल में अराजकता की स्थिति है। राज्य सरकार सच छिपाने का प्रयास कर रही है। लोकतांत्रिक प्रदर्शन के लिए यहां कोई जगह नहीं है।’’
बीजेपी और सीपीएम लोगों को उकसा रही है-तृणमूल
सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा पर राज्य में अमन-चैन की स्थिति को बिगाड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया। तृणमूल कांग्रेस प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि संदेशखली में अब शांति है और हालात नियंत्रण में है। उन्होंने भाजपा और माकपा पर अशांति फैलाने का आरोप लगाया। घोष ने कहा, ‘‘अगर कुछ आरोप हैं तो पुलिस, प्रशासन और पार्टी जरूरी कदम उठा रहे हैं। भाजपा और माकपा नये सिरे से उकसावे की कोशिश कर रहे हैं और आज उन्होंने तोड़फोड़ शुरू कर दी।’’
हालात को राजनीतिक रंग देने से बचना जरूरी -नुसरत जहां
बशीरहाट से तृणमूल कांग्रेस सांसद नुसरत जहां ने कहा कि हालात को राजनीतिक रंग देने से बचना जरूरी है। उन्होंने कहा, ‘‘इस समय हमें लोगों को उकसाने के बजाय प्रशासन की मदद के लिए एकजुट होना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार स्थानीय लोगों की अथक सहायता कर रही है, और एक निर्वाचित प्रतिनिधि के रूप में, मैं अधिकारियों के साथ नियमित संवाद रखती हूं। हालात का राजनीतिकरण करने से बचना महत्वपूर्ण है; मेरी भूमिका आग को शांत करना है, भड़काना नहीं।’’ (इनपुट-ANI, PTI)