पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ आम लोगों का गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा है। बता दें कि तृणमूल नेता शाहजहां शेख पर क्षेत्र की महिलाओं से कथित तौर पर यौन शोषण और हिंसा के आरोप लगे हैं। शुक्रवार को एक बार फिर से संदेशखाली में विरोध प्रदर्शन हुए और स्थानीय लोगों ने इलाके में जबरन जमीन हड़पने एवं महिलाओं का यौन शोषण करने के आरोपी तृणमूल कांग्रेस नेताओं की संपत्तियों में आग लगा दी है। आइए जानते हैं पूरा मामला।
शाहजहां शेख के भाई की संपत्ति जलाई
शुक्रवार को संदेशखाली में भीड़ ने तृणमूल कांग्रेस के लोकल नेताओं के घरों में तोड़फोड़ की। लाठियों से लैस प्रदर्शनकारियों ने इलाके में मछली पकड़ने के एक यार्ड के पास छप्पर वाले ढांचे को आग लगा दी। बताया जा रहा है कि ये यार्ड शाहजहां शेख के भाई सिराज का था। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पुलिस ने वर्षों तक कुछ नहीं किया। यही कारण है कि हम अपनी जमीन और सम्मान वापस पाने के लिए सब कुछ कर रहे हैं।
डीजीपी भी संदेशखाली पहुंचे
पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार ने भी मौके पर पहुंचे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया। उन्होंने कहा लोगों से कहा कि आप अपनी शिकायत दर्ज कराएं। हम कार्रवाई करेंगे। हम यहां पुलिस कैंप स्थापित करेंगे। लेकिन मैं आप सभी से अनुरोध करूंगा कि कृपया कानून अपने हाथ में न लें। उन्होंने कहा कि कानून हाथ में लेने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
क्या है महिलाओं का आरोप?
संदेशखालि में स्थानीय महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर जबरदस्ती जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। इसके बाद से ही ये क्षेत्र सुर्खियों में है। प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों का दल भी पांच जनवरी को शाहजहां के आवास पर छापेमारी करने पहुंचा था। हालांकि, उसके समर्थकों की भीड़ ने ईडी की टीम पर जानलेवा हमला कर दिया था। शाहजहां तभी से फरार है। (इनपुट: भाषा)
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