Highlights
- शुक्रवार को देश के कई इलाकों में हिंसक प्रदर्शन हुए थे।
- ममता बनर्जी ने इसके लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है।
- ममता ने कहा है कि आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Prophet Row: भारतीय जनता पार्टी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के पैगंबर मुहम्मद पर दिए बयान के बाद से देश के कई शहरों में हिंसक घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं। शुक्रवार को देश के कई शहरों से जुमे की नमाज के बाद मुसलमानों के विरोध प्रदर्शन की घटनाएं सामने आईं। इनमें से रांची, हावड़ा, सहारनपुर, प्रयागराज समेत कुछ जगहों पर विरोध प्रदर्शन ने हिंसक रूप अख्तियार कर लिया था। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को दावा किया कि हावड़ा जिले में हुई हिंसक घटनाओं के पीछे कुछ राजनीतिक दलों का हाथ है।
‘बीजेपी के पाप का खामियाजा आम लोग क्यों भुगतें’
हावड़ा में हुई हिंसा पर बोलते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य में दंगे भड़काने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ये विरोध प्रदर्शन नूपुर शर्मा और बीजेपी से निष्कासित प्रवक्ता नवीन कुमार जिंदल द्वारा पैगंबर मुहम्मद पर दिए गए बयानों के विरोध में हो रहे हैं। ममता ने इसका जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी के ‘पाप’ का खामियाजा आम लोगों को क्यों भुगतना चाहिए। ममता बनर्जी ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल दंगा भड़काना चाहते हैं, और ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
‘दंगा भड़कानों वालों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई’
बनर्जी ने ट्वीट कर कहा, ‘जैसा कि मैंने पहले कहा है पिछले दो दिनों में हावड़ा में हिंसक घटनाओं से सामान्य जीवन प्रभावित हुआ है। इसके पीछे कुछ राजनीतिक दल शामिल हैं जो कि दंगा भड़काना चाहते हैं, लेकिन इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बीजेपी द्वारा किए गए पाप का खामियाजा आम लोगों को क्यों भुगतना चाहिए।’ बता दें कि नूपुर और जिंदल के बयानों के विरोध में शुक्रवार को जुमे के दिन हावड़ा जिले के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए।
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर किया था पथराव
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज कर दिया, इसके जवाब में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, उनकी गाड़ियों में आग लगा दी और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। जिले में 13 जून तक इंटरनेट सस्पेंड कर दिया गया है। 15 जून तक उलुबेरिया, डोमजूर और पंचला जैसे कई क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर दी गई है। प्रदर्शनकारियों ने रोड और ट्रेन रूट को जाम कर दिया था, जिससे आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हिंसा का प्रभाव इतना ज्यादा था कि कई लोकल और एक्सप्रेस ट्रेनों के रद्द करना पड़ा।