कोलकाताः पश्चिम बंगाल पुलिस ने मंगलवार को एनआईए के उस अधिकारी को समन जारी किया है, जो पूर्व मेदिनीपुर जिले में पिछले हफ्ते केंद्रीय जांच एजेंसी की छापेमारी के दौरान उनकी टीम पर हुए कथित हमले में घायल हो गए थे। पुलिस ने अधिकारी को 11 अप्रैल को भूपतिनगर पुलिस थाने में जांच अधिकारियों के सामने पेश होने के लिए कहा है। उन्होंने बताया कि भूपतिनगर पुलिस थाने के जांच अधिकारी ने एनआईए से शनिवार को हुए कथित हमले के दौरान क्षतिग्रस्त वाहन को भी साथ लाने के लिए कहा है।
तीन ग्रामीणों को भी पूछताछ के लिए बुलाया
उन्होंने कहा कि वे वाहन की फोरेंसिक जांच कराना चाहते हैं। पुलिस अधिकारी ने एनआईए अधिकारियों पर हमले के संबंध में भूपतिनगर के तीन ग्रामीणों को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। उस दौरान जांच एजेंसी के अधिकारी पूर्व मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर में साल 2022 में हुए विस्फोट के संबंध में दो मुख्य साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार करने गये थे, लेकिन लोगों ने टीम पर कथित तौर पर हमला कर दिया था। इस विस्फोट में तीन लोग मारे गये थे।
एनआईए अधिकारी को थाने में 11 अप्रैल को पेश होने के लिए कहा
उन्होंने को बताया कि एनआईए के अधिकारी को पुलिस थाने में 11 अप्रैल को पेश होने के लिए कहा है। हमने उस वाहन को भी लाने के लिए कहा है जो इस कथित हमले में क्षतिग्रस्त हो गया था। हम उस वाहन की फोरेंसिक जांच कराना चाहते हैं।'' अधिकारी ने बताया कि ग्रामीणों को दो से तीन दिन में पेश होने के लिए कहा है। एनआईए की टीम शनिवार को पूर्व मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर में साल 2022 में हुए विस्फोट के मामले में दो मुख्य संदिग्धों को गिरफ्तार करने गई थी, लेकिन भीड़ ने जांच एजेंसी की टीम पर कथित तौर पर हमला कर दिया।
ममता बनर्जी ने लगाया था ये आरोप
वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जांचकर्ताओं द्वारा ग्रामीणों पर हमला किए जाने का आरोप लगाया, जिससे राजनीतिक विवाद छिड़ गया। इस हमले में एनआईए का एक अधिकारी घायल हो गया था और एक वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया था। पश्चिम बंगाल में तीन महीने पहले ईडी की टीम पर हमला हुआ था। वे कथित राशन घोटाले के सिलसिले में पांच जनवरी को टीएमसी नेता शाहजहां शेख के आवास पर छापा मारने गए थे, लेकिन ग्रामीणों और स्थानीय लोगों ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों की टीम पर हमला कर दिया था। शाहजहां शेख अब पुलिस की गिरफ्त में है।
इनपुट-भाषा