नई दिल्ली: कोरोना हॉटस्पॉट से बेहद चौंकाने वाली रिपोर्ट आई है। पश्चिम बंगाल के हावड़ा में कोरोना वॉरियर्स पुलिसवालों पर एक बार फिर हमला हुआ है। ये पुलिसवाले सिर्फ ये समझाने गए थे कि लॉकडाउन में घर में ही रहिए, बाहर भीड़ में मत निकलिए। इसके बाद पुलिस टीम पर पत्थरबाजी हुई। रैपिड एक्शन फोर्स की महिला जवानों पर भी पत्थर फेंके गए। इस हमले के 12 घंटे बाद अब पुलिस एक्शन में आई है। 14 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
वहीं बीजेपी ने इस हमले के बाद ममता सरकार पर हमला बोला है। बीजेपी कह रही बंगाल में कोरोना से जंग के दो अलग नियम हैं। मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में सख्ती नहीं बरती जा रही। तृणमूल कांग्रेस ने घटना में शामिल लोगों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है।
पुलिस ने बताया कि यह घटना शाम की है, जब पुलिस का गश्त दल टिकियापाड़ा के बेलिरुअस इलाके में पहुंचा। इससे पहले पुलिस को सूचना मिली थी कि अल्पसंख्यक बहुल इस इलाके में लॉकडाउन के नियमों एवं सामाजिक मेल-जोल से दूरी के नियमों का उल्लंघन करते हुये लोग बड़ी तादाद में स्थानीय बाजार में जमा हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, 'जैसे ही पुलिस ने उन्हें घर लौटने के लिये कहा, भीड़ ने उन पर पथराव किया और उनकी पिटाई कर दी। घटना में दो पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त हुये हैं।'
टेलीविजन पर प्रसारित वीडियो क्लिप में दिख रहा है कि जान बचाने के लिए पुलिसकर्मी भाग रहे हैं और लोग उन पर पत्थर फेंक रहे हैं और बदसलूकी कर रहे हैं। पुलिस ने बताया कि घायल दो पुलिसकर्मियों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाद में रैपिड एक्शन फोर्स समेत बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी स्थिति को नियंत्रित करने के लिये मौके पर पहुंच गये।
उल्लेखनीय है कि हावड़ा पश्चिम बंगाल के उन चार जिलों में है जहां पर रेड जोन घोषित किया गया है और 75 फीसदी कोविड-19 के मामले यहीं से आए हैं। अन्य तीन जिले कोलकाता, पूर्वी मिदनापुर और 24 उत्तर परगना है। हावड़ा जिले के तृणमूल कांग्रेस प्रभारी और वन मंत्री राजीव बनर्जी ने पुलिस पर हमले की निंदा की और कहा कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएंगी।