Highlights
- एयर एम्बुलेंस से ले भुवनेश्वर एम्स ले जाए गए
- आज शाम 4 बजे डिजिटल तरीके से ईडी अदालत में होगी पेशी
- पार्थ चटर्जी को 23 जुलाई को किया गया था गिरफ्तार
Partha Chatterjee: स्कूल भर्ती घोटाले में फंसे पश्चिम बनाहल के मंत्री पार्थ चटर्जी को ED की टीम एयर एंबुलेंस से भुवनेश्वर एम्स लेकर जा रही है। शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़े मामले में ED ने पार्थ को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के कुछ देर बाद ही उनकी तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद से उन्हें कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां से उन्हें कोलकाता के ही दूसरे अस्पताल SSKM अस्पताल में रेफर कर दिया गया था।
गौरतलब है कि कलकत्ता उच्च न्यायालय ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को स्कूल नौकरी घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी को सोमवार तड़के ‘एयर एम्बुलेंस’ से एम्स भुवनेश्वर ले जाने का रविवार को निर्देश दिया था। इसके साथ ही अदालत ने निर्देश दिया था कि मंत्री पार्थ चटर्जी को सोमवार शाम चार बजे डिजिटल तरीके से कोलकाता की एक विशेष ईडी अदालत में पेश किया जाए। न्यायमूर्ति विवेक चौधरी ने निर्देश दिया, ‘‘जांच एजेंसी को आरोपी को 25 जुलाई, 2022 को सुबह ‘एयर एम्बुलेंस’ द्वारा एम्स, भुवनेश्वर ले जाने का निर्देश दिया जाता है।’’
पार्थ चटर्जी के बीमार होने के बारे में वकीलों के दावे के बाद उन्हें राजकीय एसएसकेएम अस्पताल भेजने के निचली अदालत के आदेश को चुनौती देते हुए ईडी द्वारा दायर एक पुनरीक्षण याचिका पर दलीलें सुनने के बाद न्यायमूर्ति चौधरी ने निर्देश दिया कि एम्स, भुवनेश्वर प्रशासन आरोपी की कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, रेस्पिरेटरी मेडिसींस और एंडोक्रायनोलॉजी के विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा चिकित्सकीय जांच कराये।
गौरतलब है कि इससे पहले ED ने पार्थ चटर्जी के दूसरे अस्पताल में ट्रांसफर किये जाने का विरोध जताया था। जिसके खिलाफ एजेंसी ने कलकत्ता हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसकी सुनवाई रविवार को हुई। ईडी की तरफ से यहां एडिशनल सॉलिस्टर जनरल एसवी राजू पेश हुए थे। जहां उन्होंने दावा किया कि चटर्जी राज्य के वरिष्ठ मंत्री हैं और प्रभावशाली शख्स हैं जिन्हें इस तरह से सरकारी अस्पताल में नहीं रखा जाना चाहिए। ईडी ने सुझाव दिया कि चटर्जी का एम्स में इलाज किया जा सकता है जिसके पास उनके स्वास्थ्य के देखभाल के लिए बेहतर बुनियादी ढाचा है। चटर्जी के वकील ने याचिका का विरोध करते हुए कहा कि उनका एसएसकेएम अस्पताल में उचित इलाज किया जा रहा है।