Highlights
- बंगाल कैबिनेट से बाहर कर देने के एक दिन बाद आया पार्थ चटर्जी का बयान
- पार्थ चटर्जी ने कहा कि उन्हें ‘साजिश का शिकार’ बनाया जा रहा है
- पार्थ चटर्जी के बाद कई नेता केंद्रीय एजेंसियों की रडार पर
Partha Chatterjee: बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले के मामले में गिरफ्तार पार्थ चटर्जी(Partha Chatterjee) को तृणमूल कांग्रेस(TMC) ने सभी पदों और मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया है। इसके एक दिन बाद पार्थ चटर्जी ने शुक्रवार को कहा कि उनके विरुद्ध साजिश की जा रही है। चटर्जी को स्कूल भर्ती घोटाला के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार किया था। उन्हें आज चिकित्सीय परीक्षण के लिए शहर के दक्षिण में स्थित जोका क्षेत्र में ईएसआई(ESI) अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल के बाहर एक वाहन के पास उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें ‘साजिश का शिकार’ बनाया जा रहा है।
चटर्जी के शिक्षा मंत्री रहते हुआ था घोटाला
आपको बता दें कि गिरफ्तारी से पहले चटर्जी के पास औद्योगिक और संसदीय मामलों का विभाग था। उनके शिक्षा मंत्री रहते कथित घोटाला हुआ था जिसकी जांच के दौरान चटर्जी की करीबी सहायक अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों से करोड़ों रुपये की नकदी बरामद हुई। केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार शाम को चिनार पार्क इलाके में स्थित मुखर्जी के तीसरे अपार्टमेंट पर छापेमारी की। गौरतलब है कि शिक्षक भर्ती घोटाले में परेस अधिकारी से पहले ही पूछताछ हो चुकी है। वहीं माणिक भट्टाचार्य से भी एसएससी स्कैम में ED पूछताछ कर चुकी है। पश्चिम बंगाल के शिक्षा सचिव मनीष जैन पर भी केंद्रीय एजेंसियों की नजर है।
टीएमसी के कई और नेताओं पर है केंद्रीय एजेंसियों की नजर
बंगाल टीचर रिक्रूटमेंट स्कैम (Bengal Teacher Recruitment Scam) में गिरफ्तार पार्थ चटर्जी को पश्चिम बंगाल कैबिनेट से बाहर कर दिया गया है। इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसी खबरे हैं कि टीएमसी के कई और नेता ऐसे हैं, जिन पर केंद्रीय एजेंसियों की नजर है। केंद्रीय जांच एजेंसियों के रडार पर राज्य के शिक्षा मंत्री परेस अधिकारी, पीडब्ल्यूडी मंत्री मलय घटक, टीएमसी विधायक माणिक भट्टाचार्य, टीएमसी जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल और पश्चिम बंगाल के शिक्षा सचिव मनीष जैन हैं।