संसद की सुरक्षा में चूक मामले में दिल्ली पुलिस को कोर्ट से चार आरोपियों के लिए 7 दिन की रिमांड मिल गई है। वहीं, इस मामले के मास्टरमाइंड ललित झा का कोलकाता कनेक्शन सामने आया है। पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने ट्विटर पर ललित झा की तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के साथ फोटो शेयर करके आरोप लगाया कि ललित झा, लंबे समय से तृणमूल कांग्रेस के नेता तापस रॉय के साथ जुड़ा रहा है। इसके बाद बीजेपी IT सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय ने भी दावा किया है कि ललित झा के TMC कनेक्शन से बिल्कुल साफ हो गया है कि विपक्षी गठबंधन, हार की हताशा में सरकार को बदनाम करना चाहता है और इसीलिए संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की साजिश रची।
सारे आरोपियों के लगातार संपर्क में था ललित
ललित नागौर का ही रहने वाला है। पता ये लगा है कि ललित झा ही सारे आरोपियों के लगातार संपर्क में था। 13 दिसंबर की तारीख भी ललित के कहने पर ही तय की गई थी। ललित ने ही संसद के बाहर प्रोटेस्ट के वीडियो मोबाइल पर शूट करके सोशल मीडिया पर अपलोड किए थे। अटैक से पहले ललित चारों आरोपियों के फोन लेकर फरार हो गया था। पुलिस को लगता है कि इन मोबाइल में साजिश से जुड़े कई सबूत हो सकते हैं जिन्हें ललित झा मिटाने की कोशिश कर सकता है।
मास्टरमाइंड का बंगाल कनेक्शन
ललित झा के तार कोलकाता से भी जुड़ रहे हैं। ललित यहां के एक NGO साम्यवादी सुभाष सभा का जनरल सेकेट्री है। घटना के बाद उसने NGO के फाउंडर नीलाक्ष को ही घटना का वीडियो भेजा था। अब साम्यवादी सुभाष सभा नाम के इस NGO की भी जांच हो रही है। इसकी फंडिग के सोर्स का पता लगाया जा रहा है। ललित ने नीलाक्ष नाम के जिस युवक को घटना का वीडियो भेजा था, वो नॉर्थ चौबीस परगना का रहने वाला है। उसने बताया कि वो ललित से कोलकाता में एक सेमिनार में मिला था। वो बहुत मेहनत से काम कर रहा था, तो नीलाक्ष ने उसे अपने NGO से भी जोड़ लिया था।
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