पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में साधुओं को पीटने का एक वीडियो सामने आया है। दरअसल यहां एक ग्रुप द्वारा कथित तौर पर भीड़ ने साधुओं को पीटा है। यह वीडियो इंटरनेटपर तेजी से वायरल हो रहा है। इस मामले पर भारतीय जनता पार्टी ने अब बंगाल की टीएमसी सरकार पर निशाना साधा है। हालांकि इस वीडियो और भाजपा के आरोपों पर टीएमसी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। इस बाबत पश्चिम बंगाल भाजपा ने शुक्रवार को एक पोस्ट शेयर किया। दरअसल इस पोस्ट को भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने शेयर किया था.
बंगाल में साधुओं की लिंचिंग
इस वीडियो पर बंगाल भाजपा ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, 'ममता बनर्जी की गहरी चुप्पी शर्मशार करने वाली है। क्या ये साधु आपकी मान्यता योग्य नहीं हैं। अत्याचार जवाबदेही की मांग करता है।' इसपर अमित मालवीय ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, पश्चिम बंगाल के पुरुलिया से बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है। पालघर के तर्ज पर की गई लिंचिंग, जहां मकर संक्रांति के लिए गंगासागर जा रहे साधुओं को सत्तारूढ़ टीएमसी से जुड़े अपराधियों ने निर्वस्त्र कर पीटा। ममता बनर्जी के शासन में जहां शाहजहां शेख जैसे आतंकवादी को सरकारी संरक्षण मिलता है और साधुओं की हत्या की जा रही है। पश्चिम बंगाल में हिंदू होना अपराध है।
टीएमसी पर भाजपा ने साधा निशाना
बता दें कि इंटरनेट पर एक 30 सेकेंड का वीडियो फुटेज वायरल हो रहा है। इसमें कथित तौर पर साधुओं के समूह को भीड़ की ओर से निर्वस्त्र कर पीटा जा रहा है। हालांकि इस वीडियो के पीछे की कहानी है अबतक इसपर कुछ भी स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है। लेकिन अमित मालवीय ने इस घटना की तुलना पालघर की घटना से की है। दरअसल 2020 में महाराष्ट्र के पालघर में मॉब लिंचिंग की गई थी। इस दौरान साधुओं की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। दरअसल अबतक मिली जानकारी के मुताबिक मकर संक्रांति के लिए ये साधु गंगासागर जा रहे थे।