पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को आरोप लगाया कि अंडमान और निकोबार में द्वीपों का नाम बदलना केवल सियासी फायदे लिए किया गया। उन्होंने केंद्र पर महान स्वतंत्रता सेनानी द्वारा परिकल्पित योजना आयोग को खत्म करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने द्वीपों का नाम शाहिद और स्वराज द्वीप रखा था, जब उन्होंने 1943 में द्वीपसमूह का दौरा किया था लेकिन अब इसका नाम बदला जा रहा है।
बोस की जयंती पर परमवीर चक्र विजेताओं के नाम से द्वीपों का नामकरण का मामला
बनर्जी की यह प्रतिक्रिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बोस की 126वीं जयंती के अवसर पर केंद्र शासित प्रदेश के 21 द्वीपों का नाम परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर रखने के कुछ घंटे बाद आई है। बनर्जी ने कहा कि आज केवल लोकप्रियता हासिल करने के लिए, कुछ लोग अंडमान द्वीपों के नाम शाहिद और स्वराज द्वीप रखने का दावा कर रहे हैं, लेकिन इन द्वीपों को बोस ने ऐसे नाम दिए, जब वह वहां सेलुलर जेल का निरीक्षण करने गए थे। बंगाल की सीएम स्वतंत्रता सेनानी की जयंती के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। बनर्जी ने कई गणमान्य व्यक्तियों और बोस के परिवार के सदस्यों के साथ रेड रोड कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानी को श्रद्धांजलि दी।
पीएम मोदी की आलोचना कर अधीर रंजन चौधरी के आरोप को ही झूठला दिया?
कल कांग्रेस ने ममता बनर्जी पर बड़ा हमला बोला था। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने सिलीगुड़ी में आरोप लगाया था कि ममता बनर्जी ने भारत जोड़ो यात्रा पर कुछ नहीं कहा। क्योंकि मोदीजी गुस्सा हो जाएंगे। ममता बनर्जी और मोदीजी में 'मो-मो' समझ है, जब मोदी जी कहते हैं, भारत 'कांग्रेस मुक्त' है, तो ममता जी भी कहती हैं कि बंगाल से कांग्रेस को हटा देना चाहिए।
क्या आरोप लगाया था ममता बनर्जी पर अधीर रंजन ने?
दरअसल, अधीर रंजन कहना चाहते थे कि आजकल 'दीदी' पीएम मोदी की आलेचना करने से बच रही हैं। लेकिन बोस की जयंती पर आज सोमवार को ही फिर ममता बनर्जी ने पीएम मोदी की सरकार को 21 द्वीपों के नाम परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर रखने पर कटघरे में खड़ा किया। गौरतलब है कि अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया था कि उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा पर कुछ नहीं कहा क्योंकि मोदी जी गुस्सा हो जाएंगे। अधीर रंजन ने कहा था