कोलकाता: शहर के आर जी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर मामले की जांच लगातार जारी है। हालांकि हर दिन इस केस में नए मामले निकलकर सामने आ रहे हैं। इस बीच डॉक्टरों के एक अघोषित संगठन की भी चर्चा हो रही है। इस अघोषित ग्रुप को नॉर्थ बंगाल लॉबी कहा जाता है। बता दें कि इस नॉर्थ बंगाल लॉबी के पास डॉक्टरों की ट्रांसफर-पोस्टिंग से लेकर प्रमोशन तक कराने की ताकत है। माना जाता है कि इस ग्रुप में शामिल लोगों के इशारे पर ही पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों से संबंधित फैसले लिए जाते हैं।
ममता बनर्जी का पर्सनल डॉक्टर है लॉबी का प्रमुख
इसी नॉर्थ बंगाल लॉबी के बारे में अधिक जानकारी के लिए इंडिया टीवी की टीम ने बांकुरा मेडिकल कॉलेज के डीसीएमओ सजल विश्वास से बात की। सजल विश्वास ने इस नॉर्थ बंगाल लॉबी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नॉर्थ बंगाल लॉबी की बंगाल के मेडिकल कॉलेजों में तूती बोलती है। डॉक्टर श्यामपद दास को इस नॉर्थ बंगाल लॉबी का मुखिया माना जाता है, जो कि ममता बनर्जी के पर्सनल डॉक्टर भी हैं। डॉक्टर श्यामपद दास उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल से पासआउट हुए थे और इस लॉबी के प्रमुख हैं, इसलिए डॉक्टरों द्वारा इसे उत्तर बंगाल लॉबी के रूप में जाना जाता है।
सजल विश्वास का कर दिया गया ट्रांसफर
बता दें कि सजल विश्वास ने आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में चल रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई थी। इसके बाद से नॉर्थ बंगाल लॉबी के दबाव में उनका तबादला कर दिया गया। सजल विश्वास का कहना है कि आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में जगह-जगह पर भ्रष्टाचार किया जा रहा था, उन्होंने जब इस भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई तो गैर कानूनी तरीके से उनका ट्रांसफर बांकुरा में कर दिया गया, जहां पर उनका ट्रांसफर नियमानुसार नहीं किया जा सकता था। इसके साथ ही उन्होंने इस नॉर्थ बंगाल लॉबी के बारे में कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दी। (इनपुट- ओमकार)
यहां देखें सजल विश्वास से की गई पूरी बातचीत-
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