पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कल जादवपुर यूनिवर्सिटी में जाने के फैसले को सही ठहराते हुए कहा है कि उन्होंने जो भी किया संविधान और शपथ के दायरे में किया। एक प्रेस रिलीज जारी कर राज्यपाल ने कहा है कि उन्होंने मुख्यमंत्री बीजेपी और चीफ सेक्रेट्री से बात करने के बाद ही जाधवपुर यूनिवर्सिटी में प्रवेश किया। जबकि तृणमूल कांग्रेस की ओर से कल जारी प्रेस रिलीज में कहा गया था कि गवर्नर ने पुलिस और प्रशासन को बिना बताए यह काम किया है। यह बात गलत है।
बता दें कि पश्चिम बंगाल के जाधवपुर विश्वविद्यालय में गुरुवार को छात्रों के एक समूह ने केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को काले झंडे दिखाए और उनका घेराव करते हुए उन्हें कैंपस से बाहर जाने से रोक दिया। घटना के बाद बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों के साथ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ विश्वविद्यालय पहुंचे। विश्वविद्यालय के कुलाधिपति राज्यपाल के सामने भी वामपंथी छात्र संगठनों- एसएफआई, एएफएसयू, एफईटीएसयू और आईसा और टीएमसीपी के छात्रों ने प्रदर्शन किया।
छात्रों ने उनका रास्ता रोक दिया और उनके वाहन के बोनट पर प्रहार किया। इस बीच राज्यपाल धनखड़ केंद्रीय मंत्री की मदद करते दिखे। जादवपुर विश्वविद्यालय अध्यापक संघ (जेयूटीए) के एक प्रवक्ता ने बताया कि छात्रों को मनाने के लिए अध्यापक आगे आए जिसके बाद धनखड़ और बाबुल सुप्रियो शाम में वहां से रवाना हुए।