मालदा। पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति से 2.5 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। जिला परिषद के अध्यक्ष गौर चंद्रा मंडल ने बताया कि जिले में सभी ब्लॉक के निचले इलाके जलमग्न हैं और पिछले दो दिन में भारी बारिश के कारण बड़ी संख्या में कच्चे मकान ढह गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जिले में बाढ़ जैसी स्थिति से 50,000 घरों के कुल 2.5 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
गंगा किनारे फंसे निवासियों को बचाने का अभियान चल रहा है।’’ सिंचाई विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि जिले में सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे से 99.80 मिलीमीटर से अधिक की बारिश हुई। मालदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के आपात, ऑपरेशन थिएटर और पुरुष तथा महिला वार्ड भी डूब गए हैं। अस्पताल के अधीक्षक अमित डी. ने बताया कि जलमग्न ऑपरेशन थिएटर में ही ऑपरेशन किए गए। अधिकारियों ने बताया कि जिला मुख्यालय ‘इंग्लिश बाजार’ के ज्यादातर वार्डों में पानी भरा हुआ है।
उन्होंने बताया कि जिला कलेक्टरेट, जिला मजिस्ट्रेट के आवास और सरकारी कार्यालयों में भी पानी घुस गया है। निवासियों ने ठहरे हुए पानी की निकासी की मांग करते हुए कई स्थानों पर सड़कें अवरुद्ध कर दी हैं। वहीं, जिले में सभी प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट अर्णब चटर्जी ने बताया कि जिले में लगाए 10 राहत शिविरों में आसरा लेने वाले लोगों को पका हुआ भोजन दिया जा रहा है। एनडीआरएफ का एक दल राहत एवं बचाव अभियान के लिए जिले के रतुआ इलाके में तैनात है।