मुर्शिदाबाद: पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव की घोषणा के साथ शुरू हुई हिंसा ने एक और व्यक्ति की जान ले ली। इस हिंसा में कई नेताओं की जानें भी चली गई। आज फिर मुर्शिदाबाद में एक टीएमसी नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। ताज़ा मामला मुर्शिदाबाद जिले के नवग्राम इलाक़े से सामने आया है। यहां आज रात एक टीएमसी नेता की पहले बेरहमी से पिटाई की गई फिर बाद में उसे गोली मारकर हत्या कर दी गई।
फायरिंग में जिस टीएमसी नेता की जान गई, उसकी पहचान 40 साल के मुज्जमल शेख़ के रूप में हुई है। वह नवग्राम इलाक़े के टीएमसी के अध्यक्ष थे। इस घटना के बाद टीएमसी की ओर से विरोधियों पर हमले का आरोप लगाया जा रहा है।
सीएम ममता ने बताया स्थानीय मामला
वहीं राज्य में जारी चुनावी हिंसा पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि 73 हजार से 74 हजार वोट केंद्र हैं। केवल तीन क्षेत्रों में प्रॉब्लम हुआ है, यह केवल एक स्थानीय मामला है और इसमें हमारी पार्टी का कोई भी शामिल नहीं है। सीएम ममता ने कहा कि इस बार मेरी जानकारी के हिसाब से लाखों नॉमिनेशन फाइल हुए हैं जो किसी भी राज्य में नहीं होता है।
"नामांकन में हुई हिंसा लोकतंत्र का काला अध्याय"
दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव नामांकन के दौरान हुई कथित चुनावी गड़बड़ी और हिंसा को देश के लोकतंत्र का एक ‘काला अध्याय’ करार दिया और आरोप लगाया कि इन सबके बावजूद राज्य निर्वाचन आयोग का रवैया ‘उदासीन’ रहा, जो सबसे चिंताजनक है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार को अपने संवैधानिक कर्तव्यों और राज्य निर्वाचन आयोग को अपने संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन करने की भी नसीहत दी।
(रिपोर्ट- सुजीत दास)
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