कोलकाता: पश्चिम बंगाल में एक विधायक पर महिला से शादी का वादा कर ‘यौन संबंध’ बनाने के आरोप में FIR दर्ज की गई है। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, सूबे में 8 जुलाई को होने वाले पंचायत चुनाव से पहले इंडियन सेक्युलर फ्रंट के एकमात्र विधायक नौशाद सिद्दीकी के खिलाफ यह मामला दर्ज किया गया है। वहीं विधायक नौशाद सिद्दीकी ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया और कहा कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस उनकी छवि खराब करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि उन्हें न तो शिकायत के बारे में पता है और न ही पुलिस की तरफ से कोई नोटिस मिला है।
‘विधायक के खिलाफ शुरू की गई जांच’
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि महिला ने विधायक के खिलाफ दी शिकायत में आरोप लगाया है कि उन्होंने 1.5 साल पहले बीबी गांगुली स्ट्रीट स्थित अपने दफ्तर में उसे ‘गलत तरीके से रोककर रखा’ और शादी का वादा करके उसके साथ ‘यौन संबंध’ बनाए। अधिकारी ने बताया कि FIR बॉवबाजार थाने में दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि विधायक पर भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। अधिकारी ने बताया, ‘हमने एक महिला से मिली शिकायत के आधार पर सिद्दीकी के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।’ सिद्दीकी दक्षिण 24 परगना के भांगर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं जहां राज्य में पंचायत चुनावों से पहले हिंसा हुई है।
‘पहले भी गंदी राजनीति का हुआ हूं शिकार’
वहीं दूसरी तरफ विधायक ने अपने ऊपर लगे आरोपों से साफ इनकार किया है। मीडिया से बात करते हुए नौशाद सिद्दीकी ने कहा, ‘अभी तक मुझे पुलिस से न तो शिकायत की कॉपी मिली है और न ही कोई नोटिस। लेकिन ये कोई नई बात नहीं है। मैं पहले भी गंदी राजनीति का शिकार हो चुका हूं। हत्या के प्रयास से लेकर पुलिस अधिकारियों पर हमला करने तक, ऐसे कई आरोप मुझ पर लगाए गए। मैं 41 दिनों तक जेल में था। आईपीसी की धारा 302 (हत्या) से लेकर आर्म्स एक्ट तक, सभी मेरे खिलाफ लगाए गए। मैं अच्छी तरह जानता हूं कि यह मेरी छवि खराब करने के लिए किया जा रहा है। यह एक साजिश है। एक तृणमूल नेता महिला को पुलिस स्टेशन क्यों ले गया?’