Highlights
- ममता बनर्जी का पोस्टर बानाना बीजेपी कार्यकर्ता को पड़ा भारी
- पुलिस ने किया गिरफ्तार
- ममता बनर्जी का बनाया था फेक पोस्टर
Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तस्वीर के साथ हाल में ईडी द्वारा जब्त की गई नकदी की तस्वीर लगाने और उसका पोस्टर बनाने के आरोप में, भारतीय जनता पार्टी के एक कार्यकर्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है। बुधवार को पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। दरअसल बीजेपी कार्यकर्ता ने जिन पैसों के साथ ममता बनर्जी का फेक पोस्टर बनाया था, उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने स्कूल भर्ती घोटाले के संबंध में अर्पिता मुखर्जी के घर छापेमारी कर बरामद किया था। ईडी ने बरामद की गई नकदी की तस्वीर ट्वीट की थी, जिसे कथित तौर पर बीजेपी कार्यकर्ता ने ममता बनर्जी की तस्वीर के साथ लगा कर पोस्टर बनाया था।
अधिकारी ने कहा कि बेहला पुलिस थाने के अधिकारियों ने मंगलवार को बीजेपी कार्यकर्ता काजल भौमिक को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधिकारी ने कहा, “हमें जानकारी मिली थी कि काजल भौमिक ने मुख्यमंत्री की तस्वीर पर दूसरी तस्वीर लगाई और पोस्टर बनाया। हमने पोस्टर जब्त कर लिए हैं और उन्हें विश्लेषण के लिए भेज दिया है।” उन्होंने कहा कि जांच जारी है।"
अर्पिता मुखर्जी के घर से बरामद हुए थे पैसे
शिक्षक भर्ती घोटाले से संबंधित छापेमारी के दौरान ईडी ने करीब 20 करोड़ रुपये की बड़ी रकम बरामद की थी। इस दौरान बंगाल सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से 20 करोड़ रुपये कैश मिला था। माना जा रहा है कि ये कैश एसएससी घोटाले हुई कमाई से जुड़ा हो सकता है। इतनी भारी मात्रा में कैश मिलने के बाद कैश काउंट करने के लिए सर्च टीम बैंक अधिकारियों की मदद तक ली गई थी। ईडी ने अर्पिता मुखर्जी के परिसरों से 20 से ज्यादा मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं, जिसके उद्देश्य और उपयोग का पता लगाया जा रहा है। इसके अलावा, घोटाले से जुड़े दूसरे आरोपियों के परिसरों से कई अन्य दस्तावेज, रिकॉर्ड, संदिग्ध कंपनियों का विवरण, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, विदेशी मुद्रा और सोना भी बरामद किया गया है।
कौन हैं अर्पिता मुखर्जी
अर्पिता मुखर्जी ने 6 उड़िया फिल्मों में अभिनय किया है, जिसमें ‘बंदे उत्कल जननी’ और ‘प्रेम रोगी’ शामिल है, ये दोनों फिल्में बॉक्स ऑफिस पर हिट रहीं। उन्होंने चंद्रचूड़ सिंह द्वारा सह-अभिनीत ‘केमिटी ए बंधन’ (2011) और अनुभव मोहंती के साथ वर्ष 2010 की फिल्म ‘मु काना एते खराप’ (2010) में भी अभिनय किया। उनकी आखिरी उड़िया फिल्म 2012 में 'राजू आवारा' आई थी। मुखर्जी की बंगाली फिल्मों जैसे 'भूत इन रोजविल', 'जीना द एंडलेस लव', 'बिदेहर खोंजे रवींद्रथ', 'मामा भगने' और 'पार्टनर' में छोटी भूमिकाएं थीं, लेकिन वह वर्ष 2014 के बाद से फिल्मों में नहीं देखी गईं। भाजपा नेता और फिल्म निर्माता संघमित्रा चौधरी ने कहा कि उन्होंने मुखर्जी को वर्ष 2013 से पहले तीन फिल्मों में भूमिका दी थी।