पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने काली पूजा पंडालों का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने सभी को छठ पूजा और जगधात्री पूजा की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि सभी धर्मों और संप्रदायों के लोगों को बधाई, मैं हमेशा कहती हूं कि यहां हर वर्ग समान है। मेरा मानना है कि हर किसी को यहां रहने का अधिकार है।
बीते दिनों ममता बनर्जी ने छठ पूजा को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए थे। मुख्यमंत्री ने कहा था कि काली पूजा और भैयादूज के बाद छठ पूजा होगी, इसलिए काली पूजा के बाद से ही घाटों की मरम्मत और साफ-सफाई का कार्य शुरू करना होगा। यह काम छठ के पहले पूरा कर लेना होगा।
"अधिक संख्या में लोग नदी में ना उतरें"
सीएम ममता ने कहा कि कोलकाता के साथ-साथ बैरकपुर, हावड़ा, हुगली, चंदननगर व शिल्पांचल के अधिकतर घाटों पर छठ पूजा होती है। लाखों की संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ती है, इसलिए प्रत्येक घाट की साफ-सफाई करनी होगी। घाटों की सीढ़ियों पर फिसलन ना हो इसका भी ध्यना रखना होगा। भीड़ नियंत्रित करने के लिए घाटों के पास बैरिकेड लगाए जाएं और पुलिस को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि एक साथ अधिक संख्या में लोग नदी में ना उतरें।
घाटों पर लाइटिंग की व्यवस्था का निर्देश
उन्होंने कहा कि पुलिस को घाटों पर पूरी सुरक्षा-व्यवस्था रखनी होगी। मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि घाटों पर लाइटिंग की भी पूरी व्यवस्था रखनी होगी। साथ ही छठ पूजा के दौरान उमड़ने वाली भीड़ के मद्देनजर वीआईपी लोगों की गतिविधियों को भी नियंत्रित करने का आदेश दिया, ताकि इसकी वजह से कोई समस्या पैदा ना हो।
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