कोलकाताः बीजेपी और टीएमसी के बीच तल्खी कम होने का नाम नहीं ले रही है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने शनिवार को साफ कर दिया है कि वह और उनकी पार्टी के नेता रविवार को होने वाले नरेंद्र मोदी के शपथग्रहण समारोह में शामिल नहीं होगीं। ममता ने कहा कि अभी तक न तो उन्हें निमंत्रण मिला है और न ही वो वहां जाएंगी। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी को कोई नहीं चाहता कि वे प्रधानमंत्री बनें। हार के बाद उचित यही था कि वे अपनी कुर्सी छोड़ देते।
शुभकामनाएं देने से किया इनकार
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं माफी चाहती हूं, लेकिन गैर संवैधानिक, गैर कानूनी पार्टी को सरकार बनाने के लिए मैं शुभकामनाएं नहीं दे सकती हूं। मेरी शुभकामना देश के लिए रहेगी जो भी सांसद हैं उनसे कहूंगी कि आप अपनी पार्टी को मज़बूत बनाए।
इंडिया गठबंधन को लेकर कही ये बात
ममता बनर्जी ने कहा कि जनादेश के बाद नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहिए। आज भले ही ‘इंडिया’ गठबंधन ने सरकार बनाने का दावा नहीं किया है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि कल ऐसा नहीं होगा। टीएमसी प्रमुख ने कहा कि केंद्र को सभी राज्यों का बकाया चुकाना होगा। सीएए को रद्द किया जाना चाहिए, हम संसद में यह मांग उठाएंगे।
बंगाल में टीएमसी ने जीती है 29 सीटें
बता दें कि तृणमूल ने बंगाल में अपना वर्चस्व कायम रखा है और पार्टी ने प्रदेश की 42 में से 29 लोकसभा सीट पर जीत हासिल की है। राज्य में, मुख्य विपक्षी दल भाजपा की सीट संख्या घट कर 12 रह गई, जबकि कांग्रेस को केवल एक सीट पर जीत मिली। टीएमसी ने बंगाल बीजेपी के बड़े नेताओं को हराया। वहीं, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को भी टीएमसी उम्मीदवार पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान ने हराया।
रिपोर्ट- ओंकार सरकार