कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख ममता बनर्जी तीसरी बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के रूप में 5 मई को सुबह 10:45 बजे राज भवन में शपथ लेंगी। राज्यपाल जगदीप धनखड़ उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाएंगे। गौरतलब है कि ममता बनर्जी नंदीग्राम विधानसभा सीट से चुनाव हर गई हैं। उन्हें अपने प्रतिद्वंदी भाजपा उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी से हार मिली है, जो कभी उनके सहयोगी हुआ करते थे।
निर्वाचन आयोग ने बताया कि नंदीग्राम सीट से शुभेंदु अधिकारी 1,956 मतों से विजयी हुए हैं। आयोग ने पुष्टि की है कि अधिकारी को 1,10,764 मत मिले जबकि उनकी प्रतिद्वंद्वी बनर्जी के पक्ष में 1,08,808 मत पड़े। अब ऐसे में ममता बनर्जी मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रही हैं तो उन्हें अब अगले 6 महीनों के भीतर किसी भी सीट से विधानसभा का चुनाव लड़कर जीतना होगा, तभी वह मुख्यमंत्री बनी रह सकेंगी।
हालांकि, उनकी पार्टी ने बड़ी जीत हासिल की है। उनकी पार्टी TMC ने राज्य में 213 जीटें जीती हैं जबकि भाजपा 77 सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई है। भाजपा राज्य में 200 सीटें जीतने का दावा कर रही थी जबकि TMC ने 221 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा था। TMC की जीत के बाद ममता बनर्जी ने कहा था, ‘‘मैंने 2021 में 221 (सीटों) का लक्ष्य बनाया था। हम इस आंकड़े के पास पहुंच गए और मैं बंगाल के लोगों का शुक्रिया अदा करती हूं।’’
बंगाल में हिंसा, PM चिंतित
राज्य में विधानसभा चुनावों के परिणाम आने के बाद से ही राजनीतिक हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। बंगाल में खून खराबा जारी है। भाजपा ने दावा किया है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद राज्य में उसके नौ से अधिक कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिंसा पर चिंता जताते हुए राज्यपाल जगदीप धनखड़ से बात की है, वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दो दिवसीय बंगाल दौरे पर हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ से फोन पर बात की है। उन्होंने कानून और व्यवस्था की स्थिति पर चिंता तथा दुख जताया है। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें फोन किया और बंगाल हिंसा को लेकर अपनी चिंता व्यक्ति की है। राज्य में हिंसा बर्बरता, आगजनी, लूट और हत्याएं बेरोकटोक जारी हैं।
वहीं, बंगाल की दो दिवसीय यात्रा पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कोलकाता के बेलाघाटा में हिंसा में मारे गए पार्टी कार्यकर्ता अभिजीत सरकार के घर जाकर उनके परिवार से मुलाकात की। यहां उन्होंने कहा, "बंगाल में सत्ता पर बैठने के लिए रक्त रंजित राजनीति को भाजपा कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। ममता जी का राजनीति ढोंग और जिस तरह वो कहती हैं कि वो शांति लाना चाहती हैं ये शांति के तरीके हैं? हम इसका पर्दाफाश करेंगे।"
ममता बनर्जी ने शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की
ममता बनर्जी ने राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा के मुद्दे पर मंगलवार को शीर्ष प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। एक अधिकारी ने बताया कि बनर्जी के कालीघाट निवास पर यह बैठक हुई, जिसमें मुख्यमंत्री ने स्थिति का जायजा लिया। बैठक में मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय, गृह सचिव एच के द्विवेदी, पुलिस महानिदेशक पी नीरजनयन, कोलकाता के पुलिस आयुक्त सोमेन मित्रा मौजूद थे।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे की रविवार को घोषणा किये जाने के बाद से राज्य में हिंसा की कई घटनाएं हुई हैं। सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी भाजपा ने इसके लिए एक-दूसरे पर आरोप लगाये हैं। पुलिस ने बताया कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में चुनाव बाद हिंसा में कम से कम छह लोगों की मौत हुई है, जिनमें से एक व्यक्ति की जान कोलकाता में गयी।
भाजपा ने आरोप लगाया है कि तृणमूल समर्थित गुंडों ने उनके कई कार्यकर्ताओं की हत्या की, उनके महिला सदस्यों पर हमला किया, घरों में तोड़फोड़ की, पार्टी सदस्यों की दुकानें फूंक दी एवं पार्टी कार्यालयों में उत्पात मचाया। हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने इन आरोपों से इनकार किया है।