बंगाल की मां, माटी, मानुष के मुद्दे पर एक हफ्ते में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डबल अटैक के बाद अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी मैदान बंगाल की सड़कों पर उतरी हैं। ममता बनर्जी आज कोलकाता में 3 किलोमीटर लंबा पैदल मार्च कर रही हैं। उनका ये मार्च कोलकाता कॉलेज स्ट्रीट से धर्मतल्ला तक होगा। ममता के इस मार्च में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुई हैं।
'ये सिर्फ चुनाव के समय आते हैं'
इससे पहले ममता बनर्जी ने एक फेसबुक पोस्ट कर पीएम मोदी के दौरे को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने बंगाल की अस्मिता उठाते हुए लोगों से 10 मार्च को ब्रिगेड में सार्वजनिक बैठक में आने और शामिल होने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि बोहिरागोटो जोमिदारों यानी बाहरी लोगों को 10 मार्च को इसकी याद दिलानी चाहिए कि बंगाल के धैर्य और शिष्टाचार को उसकी कमजोरी नहीं है। उन्होंने तल्ख लहजे में कहा, हमारे धैर्य को मजबूरी न समझें। सीएम ने अपना हमला जारी करते हुए कहा कि ये सिर्फ चुनाव के समय आते हैं और चुनाव के बाद नहीं दिखते हैं।
बंगाल की अस्मिता का उठाया मुद्दा
सोशल मीडिया पोस्ट में ममता बनर्जी ने लिखा, ''बंगाल मनरेगा के पैसे से वंचित है। वे बंगाल की अलग छवि बना रहे थे। बंगाल को सांस्कृतिक राजधानी कहा जाता है। बंगाल में इस तरह की चीजें नहीं होती हैं। बंगाल सभी धर्मों का सम्मान करता है। धर्म अलग है, लेकिन त्योहार सभी के लिए हैं। मैं इसे बर्दाश्त नहीं करूंगी।''
बता दें कि तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी 10 मार्च को कोलकाता के ब्रिगेड परेड मैदान में रैली करने जा रही हैं। माना जा रहा है कि इस दौरान वह लोकसभा चुनाव के लिए अपनी पार्टी के सभी 42 उम्मीदवारों के नामों की एक साथ घोषणा कर सकती हैं।