कोलकाता: पश्चिम बंगाल भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने शनिवार को राज्य की ममता बनर्जी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने सरकार पर कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों की संख्या में हेर-फेर करने और जानबूझकर जांच परिणामों में देरी करने का आरोप लगाया। साथ ही घोष ने मांग की कि राज्य सरकार कोरोना वायरस की स्थिति पर एक ‘श्वेत पत्र’ प्रकाशित करे। बता दें कि घोष ने इसके पहले भी राशन वितरण के मुद्दे पर बंगाल सरकार पर निशाना साधा था।
‘भ्रामक आंकड़े जारी कर रही है सरकार’
घोष ने कहा कि जांच परिणामों में देरी के कारण वायरस के सामुदायिक स्तर पर फैलने की आशंका पैदा हो रही है। बंगाल बीजेपी चीफ ने कहा कि कई लोगों की जांच परिणाम आने से पहले ही मौत हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार संक्रमण की वास्तविक स्थिति को छिपाने के लिए हर रोज भ्रामक आंकड़े जारी कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार जांच प्रक्रिया में भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद को शामिल नहीं कर रही है ताकि ‘वास्तविकता सामने न आए।’
बंगाल में हैं कोरोना के 7,738 मामले
घोष ने कहा, ‘इन परिस्थितियों में हम राज्य सरकार से कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की कुल संख्या, वायरस से होने वाली मौत की कुल संख्या, हर दिन की गई जांचों की कुल संख्या, परिणाम आने में लगने वाले समय आदि की जानकारी पर एक श्वेत पत्र पेश करने की मांग करते हैं।’ बता दें कि इस समय पश्चिम बंगाल में 7,738 मामले सामने आए हैं और पिछले कुछ दिनों में इसमें तेजी देखने को मिली है। घोष ने बनर्जी पर चक्रवात अम्फान में कुल प्रभावित लोगों के बारे में गलत आंकड़े देने का भी आरोप लगाया।