कोलकाता: पश्चिम बंगाल की “जानबूझ कर कमतर और निराशाजनक तस्वीर पेश करने की कोशिश” को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को दावा किया कि सभी विकास सूचकांकों पर प्रदेश ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। शाह द्वारा पिछले हफ्ते अपने पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान उनकी सरकार पर लगाए गए आरोपों को सिलसिलेवार तरीके से खारिज करते हुए बनर्जी ने यह बताने के लिये एनसीआरबी के आंकड़ों का उल्लेख किया कि टीएमसी के बीते 10 वर्षों के शासन के दौरान राजनीतिक हत्याएं और अन्य अपराध कम हुए हैं।
ममता ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “देश के गृह मंत्री जब कुछ कहते हैं तो उसे प्रामाणिक बनाने के लिये आंकड़े, तथ्य और संख्याएं होनी चाहिए। विकास के सभी सूचकांकों पर बंगाल अन्य राज्यों से आगे है। लेकिन अमित शाह जी ने जानबूझ कर राज्य की कमतर और निराशाजनक तस्वीर पेश करने की कोशिश की। मुझे चुनौती दी गई थी…यह मेरा जवाब है।”
उन्होंने कहा कि कोलकाता को दो बार देश में “सबसे सुरक्षित शहर” का दर्जा मिला। बनर्जी ने कहा, “एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, टीएमसी के शासन के दौरान राजनीतिक हत्याएं, अन्य आपराधिक घटनाएं और दुष्कर्म के मामलों में कमी आई है। दूसरों पर उंगली उठाने से पहले भाजपा नेताओं को उत्तर प्रदेश के हाथरस दुष्कर्म-हत्या मामले के खिलाफ भी आवाज उठानी चाहिए।”
इससे पहले बोलपुर में रविवार को शाह ने राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर काम करने में नाकामी का आरोप लगाया था और कहा था कि पश्चिम बंगाल कई मामलों में देश के अधिकतर राज्यों से पिछड़ा है, वहीं भ्रष्टाचार तथा जबरन वसूली में आगे है। बनर्जी ने कहा, “मैं अमित जी से कहना चाहती हूं कि आप गृह मंत्री हैं और आपको यह शोभा नहीं देता कि आप अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की ओर से मुहैया कराए गए झूठ की पड़ताल किये बिना उसका बखान करें।” उन्होंने कहा कि वह शाह के आरोपों का मंगलवार को विस्तार से जवाब देंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा था, “मैं आज केवल दो चीजों पर बोलना चाहती हूं। उन्होंने कहा कि हम उद्योग में शून्य हैं, हम एमएसएमई में नंबर एक पर हैं।” बनर्जी ने कहा, “उन्होंने यह भी कहा कि हमारे गांवों में हमने सड़कें नहीं बनाईं। हम उसमें भी नंबर एक पर हैं और यह जानकारी भारत सरकार ने साझा की है।” उन्होंने प्रेस से कहा कि शाह ने जो कुछ कहा, उसे खारिज करने के लिए उनके पास प्रमाण हैं।मुख्यमंत्री ने कहा था कि उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को पत्र लिखकर राज्य के इस अनुरोध को दोहराया है कि पश्चिम बंगाल के किसानों के बीच पीएम किसान सम्मान निधि योजना के धन को उनकी सरकार के माध्यम से वितरित किया जाए। बनर्जी ने कहा कि उन्होंने इससे पहले केंद्रीय कृषि मंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को भी पत्र लिखकर आग्रह किया था कि राज्य में लाभार्थियों के बीच वितरण के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और आयुष्मान भारत योजनाओं के लिए धन राज्य सरकार को भेजा जाए। पश्चिम बंगाल सरकार ने इन दोनों ही योजनाओं को अपने यहां लागू नहीं किया है।
उन्होंने कहा था कि राज्य में 73 लाख से अधिक किसानों को इस योजना से लाभ मिलना है और कृषि मंत्री को पीएम किसान निधि को राज्य सरकार को हस्तांतरित करने की व्यवस्था करनी चाहिए। बनर्जी ने अपने अनुरोध पर जल्द फैसले की मांग करते हुए कहा कि उनके पत्र में कहा गया है कि धन वितरण के बाद लाभार्थियों की सूची केंद्र सरकार को भेज दी जाएगी। उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस सरकार राज्य के सभी किसानों को वित्तीय मदद दे रही है, वहीं केंद्रीय योजनाएं केवल किसानों के एक वर्ग के लिए हैं। बनर्जी ने कहा था, ‘‘हमने कभी नहीं कहा कि हम किसानों को धन नहीं देंगे, लेकिन हम चाहते थे कि राज्य सरकार के माध्यम से राशि दी जाए।’’
उन्होंने कहा था कि राज्य सरकार का ‘स्वास्थ्य साथी’ कार्यक्रम पश्चिम बंगाल के सभी 10 करोड़ लोगों के स्वास्थ्य के लिए है, वहीं केंद्र की आयुष्मान भारत योजना से राज्य के केवल डेढ़ करोड़ लोगों को मदद मिल पाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह रबींद्रनाथ टैगोर का कोई अपमान नहीं सहेंगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रगान के रूप में ‘जन गण मन’ पर सवाल कर रहे लोगों को जानना चाहिए कि ‘यह देश की मिट्टी का सम्मान है।’
उन्होंने कहा था, ‘‘अगर किसी को लगता है कि वे अपना धर्म दूसरों पर थोपेंगे तो मैं अपना खून बहाने को तैयार हूं लेकिन ऐसी कोई चीज नहीं होने दूंगी जिससे राष्ट्रगान या रबींद्रनाथ, विवेकानंद, सुभाष चंद्र बोस, गांधीजी, आंबेडकर, बिरसा मुंडा का अपमान होता है। ये लोग देश का गौरव हैं।’’ गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को शांतिनिकेतन में विश्व भारती विश्वविद्यालय के अपने दो घंटे के दौरे में टैगोर को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि यह अवसर मिलना उनके लिए बड़े सौभाग्य की बात है। बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी नागरिकता संशोधन विधेयक के संसद में पारित होने के बाद से ही इस कानून का विरोध कर रही है।
उन्होंने कहा था, ‘‘हम एनपीआर, एनआरसी के खिलाफ हैं। हम लड़ेंगे और किसी भी व्यक्ति को देश से बाहर नहीं जाने देंगे।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि बंगाल में रहने वाले सभी लोग भारत के नागरिक हैं। उन्होंने भाजपा नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह केवल देश को विभाजित करने पर आमादा है और उसने क्रिसमस जैसे सार्वजनिक अवकाशों को निरस्त कर दिया है। कोलकाता के पार्क स्ट्रीट में ऐलेन पार्क में क्रिसमस समारोह का उद्घाटन करते हुए तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने नरेंद्र मोदी सरकार पर ‘नफरत की राजनीति’ करने का आरोप लगाते हुए उसकी निंदा की।