पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में रविवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के एक बुजुर्ग कार्यकर्ता का शव उसके घर में फांसी पर लटका पाया गया, जिसके बाद ग्रामीणों के एक समूह ने प्रदर्शन किया और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के स्थानीय नेताओं पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया।
"बेटे-टीएमसी के अन्य समर्थकों ने की मारपीट"
पुलिस ने बताया कि 62 वर्षीय बूरन मुर्मू बामनगोला में अपने कमरे में फांसी से लटका पाया गया। उन्होंने बताया कि वह अपने बेटे और बहू के साथ इसी घर में रहते थे। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि मुर्मू की बहू ने टीएमसी की टिकट पर हाल में पंचायत चुनाव लड़ा था, लेकिन वह बीजेपी उम्मीदवार से हार गई, जिसके बाद बूरन से उसके बेटे और टीएमसी के अन्य समर्थकों ने मारपीट की।
"टीएमसी के समर्थकों ने बूरन को प्रताड़ित किया"
पुलिस ने बताया कि मुर्मू के बेटे बिप्लब से पूछताछ की जाएगी। मालदा उत्तर से बीजेपी सांसद खागेन मुर्मू ने आरोप लगाया कि बूरन की बहू टीएमसी की टिकट पर ग्राम पंचायत की एक सीट पर चुनाव हार गई थी, जिसके बाद टीएमसी के समर्थकों ने बूरन को प्रताड़ित किया। उन्होंने कहा कि बूरन इलाके में एक सक्रिय कार्यकर्ता था और लंबे वक्त से बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत बनाने में लगा हुआ था।
टीएमसी का इस घटना में कोई हाथ नहीं- कृष्णेंदु नारायण
वहीं, बीजेपी पर मृतक लोगों पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए टीएमसी के वरिष्ठ नेता कृष्णेंदु नारायण चौधरी ने कहा कि पोस्टमार्टम से मौत के पीछे की असली वजह का पता चलेगा। उन्होंने कहा कि टीएमसी का इस घटना में कोई हाथ नहीं है और यह पारिवारिक झगड़े का परिणाम लगती है।