कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित करने की योजना बनाई जा रही है, लेकिन चुनाव से पहले इस कदम से उन्हें मदद मिलेगी। महुआ मोइत्रा के 'कैश फॉर क्वेरी' मामले में फंसने के बाद से इस मामले पर यह ममता बनर्जी की तरफ से पहली प्रतिक्रिया है। तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यक्रम के दौरान पार्टी की प्रमुख ममता ने कई मुद्दों पर बात की। क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारत की हार का जिक्र करते हुए ममता ने कहा कि अगर फाइनल अहमदाबाद की बजाय कोलकाता या मुंबई में होता तो भारतीय टीम जीत जाती। उन्होंने कहा कि पहले भारत की क्रिकेट टीम को भगवा रंग की जर्सी पहनकर मैदान में उतरना था, लेकिन 2 खिलाड़ियों के विरोध के बाद ऐसा नहीं हुआ।
'केंद्र में यह सरकार 3 महीने और रहेगी'
केंद्र की बीजेपी सरकार पर भड़कते हुए ममता ने कहा कि केंद्र में यह सरकार तीन महीने और रहेगी। उन्होंने कहा कि देश के बैंकिंग क्षेत्र में निराशा का माहौल है सार्वजनिक उपक्रम (पीएसयू) बेचे जा रहे हैं। ममता ने कहा कि सभी बड़ी आईटी कंपनियां कोलकाता की ‘सिलिकॉन वैली’ परियोजना में निवेश कर रही हैं। भगवा रंग पर बोलते हुए पश्चिम बंगाल की सीएम ने कहा, 'यह रंग त्यागियों का है, लेकिन आप भोगी हैं। विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने वाली केंद्रीय एजेंसियां 2024 के आम चुनावों के बाद भाजपा के पीछे पड़ जाएंगी।' ममता बनर्जी ने दावा किया कि भाजपा आरक्षण खत्म करना चाहती है और वह इसका विरोध करेंगी। बता दें कि ममता लंबे समय से केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमलावर रही हैं।
महुआ मोइत्रा को पार्टी ने दी थी बड़ी जिम्मेदारी
बता दें कि हाल ही में तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा को 2024 के आम चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में पार्टी के संगठन को मजबूत बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। विवादों में घिरीं मोइत्रा को यह जिम्मेदारी देकर तृणमूल ने उन्हें समर्थन देने का स्पष्ट संदेश पहले ही दे दिया है। लोकसभा की आचार समिति ने ‘पैसे के बदले प्रश्न पूछने’ से जुड़े मामले में उन्हें निष्कासित करने की सिफारिश की है। ऐसे में अब ममता बनर्जी का यह बयान साफ कर देता है कि पार्टी ने महुआ का साथ देने का मन बना लिया है।