पश्चिम बंगाल: कलकत्ता हाई कोर्ट के पूर्व जज और तमलुक सीट से बीजेपी उम्मीदवार अभिजीत गंगोपाध्याय विवादों में आ गए हैं। चुनाव आयोग ने गंगोपाध्याय के चुनाव प्रचार पर 24 घंटे के लिए रोक लगा दी। वे आज यानी 21 मई की शाम 5:00 बजे से चुनाव प्रचार नहीं कर सकेंगे। चुनाव आयोग ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के लिए कड़ी निंदा की और इसे निम्न स्तर का व्यक्तिगत हमला और महिलाओं का सीधा अपमान बताया है।
चुनाव आयोग ने अभिजीत गंगोपाध्याय को आदर्श आचार संहिता के दौरान अपने सार्वजनिक बयानों में सावधानी बरतने की भी सख्त चेतावनी दी है। चुनाव आयोग ने कहा, "अभिजीत गंगोपाध्याय का ऐसा बयान जो किसी भी महिला के संबंध में इस्तेमाल किए जाने पर पूरी तरह से निंदनीय है। किसी वरिष्ठ राजनीतिक नेता की बात छोड़िए, एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को निशाना बनाया गया है।"
उम्मीदवारों के लिए एडवाइजरी
आयोग ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी सलाह दी है कि वे अपनी पार्टी की ओर से सभी उम्मीदवारों और प्रचारकों को एक एडवाइजरी जारी करें, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि चुनावी अभियान के दौरान यह चूक दोबारा ना हो पाए। इससे पहले चुनाव आयोग ने अभिजीत गंगोपाध्याय को नोटिस भेजा था और जवाब मांगा था। अब आयोग ने कहा, हमने अभिजीत के जवाब को ध्यान से पढ़ा है और दिए गए बयान को फिर से देखा है और आश्वस्त हैं कि उन्होंने निम्न स्तर का व्यक्तिगत हमला किया है और इस प्रकार आदर्श आचार संहिता के प्रावधान उल्लंघन किया है।
ममता बनर्जी की कीमत पर सवाल
बता दें कि अभिजीत गंगोपाध्याय ने 15 मई को हल्दिया में चुनावी सभा को संबोधित किया था और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी पर विवादित टिप्पणी की थी। वीडियो सामने आया था, जिसमें अभिजीत को हालिया संदेशखाली स्टिंग का जिक्र करते हुए ममता बनर्जी की कीमत पर सवाल उठाते सुना गया। अभिजीत गंगोपाध्याय के खिलाफ टीएमसी ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी। टीएमसी का कहना था कि गंगोपाध्याय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की है, जिस पर अब चुनाव आयोग ने एक्शन लिया है।
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