लोकसभा चुनाव 2024 की शुरुआत हो चुकी है। 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए वोटिंग होगी। इस चुनाव के लिहाज पश्चिम बंगाल का अहम स्थान है। यहां लोकसभा की कुल 42 सीटें हैं जिन्हें हर राजनीतिक दल जीतना चाहता हैं। हालांकि, पश्चिम बंगाल से चुनाव के दौरान या उसके बाद हिंसा की भी कई खबरें सामने आती रहती हैं। इसी सिलसिले में अब भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने चुनाव आयोग समेत विभिन्न अधिकारियों से बड़ी मांग की है।
3 महीने ज्यादा रहें केंद्रीय बल
भाजपा नेता और पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने बुधवार को निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त विशेष पर्यवेक्षक से मुलाकात की है। उन्होंने बताया है कि मैं इस संबंध में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के साथ-साथ केंद्रीय गृह सचिव और पश्चिम बंगाल सरकार के मुख्य सचिव को एक पत्र सौंपूंगा कि आचार संहिता के पूरा होने के बाद तीन महीने के लिए बंगाल में केंद्रीय बलों को रहना चाहिए।
पिछली बार हिंसा काफी डरावनी थी- सुवेंदु
सुवेंदु अधिकारी ने कहा है कि राज्य में पिछली बार चुनाव के बाद हुई हिंसा काफी डरावनी थी। इसलिए जनता और वोटर्स को बचाने के लिए और संविधान व लोकतंत्र के व्यापक हित के लिए केंद्रीय बलों को राज्य में चुनाव के बाद भी तैनात रहना चाहिए। विशेष पुलिस पर्यवेक्षक के साथ अपनी मुलाकात पर अधिकारी ने कहा कि यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी और हमने कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए, विशेष रूप से उच्च न्यायालय द्वारा पारित चुनाव के बाद हिंसा से जुड़ा आदेश, एनएचआरसी रिपोर्ट और 2023 पंचायत चुनाव का अनुभव।
पश्चिम बंगाल में कब होंगे चुनाव?
पश्चिम बंगाल में लोकसभा की कुल 42 सीटों पर 7 चरणों में वोटिंग होगी। पहले चरण में 19 अप्रैल को लोकसभा की तीन सीटों पर चुनाव होगा। वहीं दूसरे चरण में 26 अप्रैल को 3 सीटों पर वोटिंग होगी। तीसरे चरण में 7 मई को चार सीटों पर वोटिंग होगी। चौथे चरण में 8 सीटों पर 13 मई को वोटिंग होगी। पांचवें चरण में 20 मई को 7 सीटों पर वोटिंग होगी। छठे चरण में 25 मई को 8 सीटों पर वोटिंग होगी जबकि आखिरी चरण में 1 जून को राज्य की 9 सीटों पर वोटिंग होगी।
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